दस्यु सुंदरी सीमा यादव जेल में बैठ लड़ेगी विधानसभा चुनाव, बोली- इन पार्टियों ने टिकट देने को किया संपर्क

Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की तारीख अभी भले घोषित नहीं हुई है लेकिन कानपुर जेल में बंद दस्यु सुंदरी सीमा यादव ने विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. दस्यु सुंदरी सीमा यादव इस समय कानपुर जेल में एक हत्या के मामले में बंद है.

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(फाइल फोटो) (फाइल फोटो)

रंजय सिंह

  • कानपुर,
  • 20 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:03 PM IST
  • कानपुर जेल में बंद है सीमा यादव
  • लोकसभा चुनाव भी लड़ चुकी
  • 2022 के चुनाव में उतरेगी दस्यु सुंदरी

UP Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की तारीख अभी भले घोषित नहीं हुई है लेकिन कानपुर जेल में बंद दस्यु सुंदरी सीमा यादव ने विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. सीमा ने घोषणा की है कि वह जेल से ही कानपुर देहात की सिकंदरा विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेगी. कानपुर जेल से पेशी पर आई सीमा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए योगी सरकार की एनकाउंटर नीति को गलत बताते हुए बीजेपी की जमकर आलोचना की.

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दस्यु सुंदरी सीमा यादव इस समय कानपुर जेल में एक हत्या के मामले में बंद है. डेढ़ दशक पहले सीमा यादव का चंबल के बीहड़ों में डंका बजता था. यूपी में चुनाव की चल रही सरगर्मी में अब वह भी शामिल हो गई है. सीमा का कहना है, ''मैं इस बार कानपुर देहात की सिकंदरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ूंगी. मुझे चुनाव लड़ाने लिए लोक जनशक्ति, समाजवादी पार्टी, ओम प्रकाश राजभर की सुहैल देव पार्टी जैसे दलों ने संपर्क किया है लेकिन मैं निर्दलीय ही लड़ूंगी. मैं साल 2017 में सिकंदरा से विधानसभा चुनाव और फिर 2019 में भदोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुकी हूं.''

प्रियंका गांधी की सोच अच्छी

कानपुर कोर्ट में पेशी पर आई सीमा यादव ने आगे बताया, 'मैं चुनाव जीतकर गरीब और परेशान महिलाओं के लिए काम करूंगी. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की महिलाओं को 40 फीसदी आरक्षण की बात ठीक है. उनकी सोच अच्छी है. हालांकि, मैं इनकी पार्टी से चुनावी मैदान में नहीं उतरूंगी.''  वहीं, हत्या के केस में जेल में बंद सीमा का आरोप है कि योगी सरकार में महिलाओं के बलात्कार ज्यादा हुए हैं. 

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2005 में किया था आत्मसमर्पण

डकैतों के साथ रहने वाली सीमा ने 2005 में आत्मसमर्पण किया था. उस समय इस पर 55 हजार का इनाम घोषित था. सीमा पर 36 मुकदमे दर्ज थे. जेल से वह 2014 में रिहा हुई थी. साल 2017 में सीमा ने सिकंदरा सीट से निर्धन समाज पार्टी से चुनाव लड़ा था. इसके बाद 2019 में भदोही से लोकसभा चुनाव लड़ा था. सीमा का गांव महरूपुर भी सिकंदरा विधानसभा में आता है.

12 साल की उम्र में कूदी जंगलों में

बता दें कि कानपुर देहात के सिकंदरा थाना इलाके की महरूपुर गांव की रहने वाली सीमा यादव का 12 साल की उम्र में ही ब्याह कर दिया गया था. पति कल्लू सिंह, सीमा से 14 साल बड़ा था. शादी के कुछ माह बाद ही पति ने सीमा यादव का सौदा एक डकैतों की गैंग के मुखिया से कर दिया था और वहीं से मजबूरन सीमा का अपराध की दुनिया से सामना हुआ था.

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