बीते तीन दिन से दिल्ली में स्मॉग कहर बरपा रहा है. अब तक यह खबर थी कि पंजाब और हरियाणा में जलने वाली पराली के कारण दिल्ली में स्मॉग हुआ, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों की राय इस बारे में कुछ अलग है. उनका कहना है कि दिल्ली में स्मॉग की नौबत पंजाब और हरियाणा की वजह से नहीं, बल्कि कुवैत, ईरान और सऊदी अरब से आई है.
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, नासा ने जारी की स्मॉग की तस्वीर में यह बात स्पष्ट हो रही है. अक्टूबर से नवंबर के बीच हर साल वातावरण के ऊपरी सतह पर हवा का तेज बहाव होता है, जो मिडिल ईस्ट से भारत और पाकिस्तान की ओर आता है.
यही वजह है कि मिडिल ईस्ट से आने वाली धूल भरी हवा पाकिस्तान के वातावरण में ठंडी होकर पानी के कणों को सोख कर कोहरे में तब्दील हो जाती है और पंजाब में पराली जलाने से निकलने वाला धुआं भी इसमें मिश्रित हो जाता है.
यही से हवा में भारीपन बढ़ता है और ये दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में फ़ैल जाती है. रात में तापमान गिरते ही हवा में मॉइस्चर बढ़ता है गाड़ियों के साथ मिलकर शहर में फैलता है. नासा की तस्वीर में धुंध का फैलाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. यह प्रदूषित हवा टेम्प्रेचर बढ़ने के साथ हल्की होती जाती है और धुंध कम हो जाती है.
बता दें कि ठंडियों में हर साल दिल्ली और इससे सटे इलाकों में पराली जलाने के कारण प्रदूषण बढ़ जाता है. प्रदूषित हवा के कारण लोगों में स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ जाती हैं.
इस साल दिल्ली में प्रदूषण का स्तर चरम पर है. इस मामले में दिल्ली चीन की राजधानी बीजिंग को भी पीछे छोड़ चुका है. डॉक्टर्स ने हाल ही में दिल्ली की स्थिति को मेडिकल इमरजेंसी बताया है.
एनजीटी भी प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार को फटकार लगा चुकी है. जहरीली हवा से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार एक बार फिर से ऑड-इवन फॉर्मूला लेकर आई है.