जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर चेनानी-नशरी टनल बन कर तैयार है. इसे देश की सबसे लंबी सुरंग कहा जा रहा है. इसकी लंबाई 9.28 किलोमीटर है. बता दें कि इस सुरंग का निर्माण 2011 में शुरू हुआ था, और ये अब जाकर बनी है.
सुरंग की खासियत यह है कि यह हर रोज 27 लाख रुपए की बचत कराएगी. इसके पीछे कारण ये है कि इसके निर्माण से जम्मू से श्रीनगर के बीच की दूरी 30.11 किमी कम हो जाएगी. इससे लाखों का ईंधन बचेगा.
यह सुरंग 1200 मीटर की उंचाई पर स्थित है. इसे निचली हिमालय पर्वत श्रृंखला में बनाया गया है.
इस मार्ग से राज्य की दो राजधानियों जम्मू और श्रीनगर के बीच सफर में ढाई घंटे कम समय लगेगा.
यह भारत की पहली सुरंग है जिसमें ‘इंटीग्रेटेड टनल कंट्रोल सिस्टम’ लगाया गया है. जिससे हवा के आवागमन, आग से बचाव, सिग्नल, संचार और बिजली की व्यवस्था स्वचालित तरीके से काम करेगी.
देश की सबसे लंबी सुरंग, तय की गई कीमत से लगभग तीन गुना ज्यादा लागत में बनी है. इसका निर्माण में 3,720 करोड़ रुपए लगे हैं. वहीं शुरू में इसकी अनुमानित लागत 1,200 करोड़ रुपए रखी गई थी.
सुरंग निर्माण के पहले चरण में ट्राइनाइट्रोटोलुइन कैमिकल के कारण विस्फोट हो गया था. इस कैमिकल को सुरंग के निर्माण में इस्तेमाल किया जाता है. इस घटना के बाद कुछ दिनों के लिए काम को रोक दिया गया था.
सड़क मार्ग से चेनानी और नशरी के बीच की दूरी 41 किलोमीटर के बजाए अब 10.9KM रह जाएगी.
ये सुरंग 286KM लंबे जम्मू-कश्मीर फोरलेन प्रोजेक्ट का हिस्सा है. इस सुरंग का ट्रायल पूरा हो चुका है.
चेनानी-नशरी सुरंग, हिमालय पर्वत श्रृंखला के निचले हिस्सों में चेनानी से नशरी गांव को जोड़ेगी.
इस सुरंग में 120 से ज्यादा CCTV लगाए गए हैं, जिनमें हर कैमरा दूसरे कैमरे से महज 75 मीटर दूर है.
पीएम नरेंद्र मोदी चेनानी-नशरी टनल का उद्धाघटन करेंगे. 2 अप्रैल के बाद इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.