बात साल 2007 की है, जब मुंबई में एक घोटाला होता है, चॉल में रहने वाले लोगों से कहा जाता है कि अगर वो अपना घर दे दें तो उन्हें पक्का फ्लैट मिलेगा. भोलेभाले लोग ऐसा कर देते हैं और बेघर हो जाते हैं. ये कहानी मुंबई के पतरा चॉल के लोगों की है. जो इस वक्त बहुत बुरे हालात में जीने को मजबूर हैं. लेकिन उनके बारे में कोई बात नहीं करता. हंगामा उस नेता की गिरफ्तारी पर होता है जिसकी पत्नी पर इस घोटाले की रकम से फ्लैट लेने का आरोप लगता है. यही इस देश की विडंबना है. वो नेता संजय राउत हैं, जिन्हें 4 अगस्त तक ED की हिरासत में भेज दिया गया.
In 2007, Guruashish Constructions, a sister concern company of HDIL (Housing Development and Infrastructure Ltd), was awarded a contract for the redevelopment of Patra Chawl by MHADA (Maharashtra Housing and Development Authority).