देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. स्वास्थ्य सेवाओं की हालत खस्ताहाल है. देश में डॉक्टरों की कमी है. हालत ये है कि सरकार ने मेडिकल की पढ़ाई कर रहे सीनियर स्टूडेंट्स को भी मैदान में उतार दिया है. लेकिन फिर भी डॉक्टरों की कमी की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. इसी समय देश में 60 हजार ऐसे डॉक्टर उपलब्ध हैं जिन्होंने विदेश से मेडिकल की डिग्री ली है लेकिन सरकार उन्हें कुछ तकनीकी कारणों से प्रैक्टिस करने की अनुमति नहीं दे रही है. इन डॉक्टरों का कहना है कि अगर उन्हें कोरोना के खिलाफ जंग में उतारा जाता है तो देश में डॉक्टरों की कमी की समस्या का समाधान हो सकता है. देखिए आजतक संवाददाता संजया शर्मा की ये रिपोर्ट.