दिवाली के पर्व पर यह रिपोर्ट भारतीय सेना के उस शौर्य और सेवा भाव को याद दिलाती है जब किश्तवाड़ के चिशोती गांव में बादल फटने से भयंकर तबाही मची थी. सेना के एक अधिकारी ने उस मंजर को याद करते हुए कहा, 'लगभग 1245 के आसपास चिचोटी गांव में हमें क्लाउडबर्स्ट की सूचना मिली...सूचना मिलते ही मैं अपने बचाव कॉलम के साथ लगभग 1 घंटे के भीतर घटना स्थल पर पहुंचा.'