देश के कई राज्यों में त्योहारों से पहले पटाखे बैन कर दिए गए हैं वहीं मेंगलुरु में यूनिक पटाखे बनाए जा रहे हैं. दरअसल ये पटाखे बिना धुएं वाले हैं और जलने के बाद ये पौधे में तब्दील हो जाएंगे.