उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों से पहले जातिगत राजनीति तेज हो गई है. इटावा में यादव कथावाचक के अपमान के बाद शुरू हुए विवाद में अखिलेश यादव ने बाबा बागेश्वर को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि कई कथावाचक हैं जो ₹50,00,000 लेते हैं.