त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए 16 फरवीर को मतदान हो चुका है. राज्य की 60 सीटों पर 3337 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हुई. वोटर्स ने शाम 4 बजे तक वोट डाले. चुनाव के नतीजे 2 मार्च को आएंगे. 60 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए अलग-अलग पार्टियों के 259 उम्मीदवार मैदान में हैं. इन मतदान केंद्रों में से 1,100 की पहचान संवेदनशील और 28 की अति संवेदनशील के रूप में की गई थी. इन चुनावों में 13.53 लाख महिलाओं समेत कुल 28.13 लाख मतदाता वोट डालना था.
राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक शाम चार बजे तक 81.1 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है.
त्रिपुरा में दोपहर तीन बजे तक करीब 70 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 3 बजे तक 69.96 फीसदी मतदान हुआ है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने त्रिपुरा कांग्रेस और भाजपा को नोटिस भेजा है. इसमें कहा गया है कि आचार संहिता लागू होने के बाद भी राजनीतिक पार्टियों ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अपने दलों के पक्ष में वोट की अपील की है.
पश्चिमी त्रिपुरा- 52.49% धलाई- 54.17%, गोमती- 49.69%, खोवई- 49.67%, नॉर्थ त्रिपुरा- 47.57% साउथ त्रिपुरा- 53.67% ऊनाकोटी- 50.64% और सेपाहिजला में 51.27 फीसदी मतदान हुआ है.
त्रिपुरा के पूर्व सीएम और बीजेपी सांसद बिप्लब देब ने गोमती में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस दौरान पूर्व सीएम ने कहा कि हम किसी भी चुनाव को बड़ा या छोटा नहीं मानते. जनता सुप्रीम है ये हमारा कर्तव्य है कि हम उनका सम्मान करें. जनता ने हमें 2018 में सत्ता सौंपी थी, हमने प्रदेश के हर सेक्टर में काम किया.
त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए सुबह 7 बजे से वोटिंग जारी है. यहां दोपहर एक बजे तक कुल 51.35 फीसदी मतदान हुआ है और अभी भी मतदान केंद्रों के बाहर लाइनें लगी हुई हैं.
सीपीएम नेता और त्रिपुरा के पूर्व सीएम माणिक सरकार ने आरोप लगाया कि बीजेपी की ओर से असामाजिक तत्व लोगों को वोट डालने से रोक रहे हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि लोग वोट डालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
जहां मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है, वे सड़कों को जाम कर रहे हैं और चुनाव आयोग से गुहार लगा रहे हैं कि अगर उन्हें वोट नहीं डालने दिया गया तो वो दूसरों को वोट नहीं डालने देंगे. यह एक सकारात्मक संकेत और दृढ़ प्रयास है. इसकी सूचना हमने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दी है. वह बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर क्या कार्रवाई की जाती है इसकी जांच करने की जरूरत है.
पश्चिमी त्रिपुरा- 33.18% धलाई- 33.92%, गोमती- 30.57%, खोवई- 30.88%, नॉर्थ त्रिपुरा- 29.48% साउथ त्रिपुरा- 33.61% ऊनाकोटी- 31.85%
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में वोटर्स में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. चुनाव आयोग की ओर से बताया गया है कि 60 सीटों पर सुबह 11 बजे तक 32.11 फीसदी मतदान हो चुका है.
साउथ त्रिपुरा के शांतिरबाजार क्षेत्र में पोलिंग स्टेशन के बाहर CPI समर्थक के साथ मारपीट की गई है. जिले के एसपी ने बताया कि विधानसभा सीट-36 शांतिरबाजार निर्वाचन क्षेत्र के कलाचेरा मतदान केंद्र के बाहर एक सीपीआई समर्थक की पिटाई की गई. उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया जा रहा है. इस मामले में पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज कराई है. हम जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लेंगे.
टिपरा मोथा के अध्यक्ष प्रद्योत देब बर्मा ने आजतक से बात करते हुए कहा कि हम इस बार ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे हैं. मैं कोई राजनीतिक संन्यास नहीं ले रहा हूं. मैंने कभी नहीं कहा कि मैं राजनीति छोड़ रहा हूं. मैं तब तक नहीं झुकूंगा जब तक मेरे लोगों को समाधान नहीं मिल जाता. प्रद्योत ने कहा कि टिपरा मोथा एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है.
टिपरा मोथा प्रमुख ने कहा कि मैं भाजपा के विधायकों को खरीदने के बारे में सोच रहा था. अगर हम 30 सीटें हासिल कर लेते हैं तो मैं सोच रहा था कि अपने महल का कुछ हिस्सा बेचकर बीजेपी के कुछ विधायक खरीद लूं. अगर कोई लोगों को समाधान दिए बिना खुद को बेचेगा तो लोग उसे हरा देंगे.
(इनपुट- ऋतिक मंडल)
त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता विपक्ष माणिक सरकार ने अगरतला में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. उनसे पहले सीएम माणिक साहा ने भी अपना वोट कास्ट किया था. साहा ने कहा कि त्रिपुरा में बीजेपी एक बार फिर सरकार बनाएगी.
पश्चिमी त्रिपुरा- 14.56%
धलाई- 13.62%
गोमती- 12.99%
नॉर्थ त्रिपुरा- 12.79%
साउथ त्रिपुरा- 14.34%
ऊनाकोटी- 13.34%
त्रिपुरा में चुनाव को लेकर लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है, उसी का नतीजा है कि सिर्फ दो घंटे में यानी सुबह 9 बजे तक राज्य में 12.76 फीसदी वोटिंग हुई है. मतदान केंद्रों पर अभी भी लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई हैं.
त्रिपुरा के मतदाताओं में वोटिंग को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है. लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए लंबी लाइनों में लगे हुए हैं. प्रदेश के गोमती जिले के उदयपुर में लोग सुबह-सुबह भारी तादाद में वोट डालने पहुंचे हैं.
अगरतला में मतदान केंद्र महारानी तुलसीबती गर्ल्स हाई स्कूल के बाहर लाइन में लगे जिस मतदाता की तबीयत खराब हुई थी, उसे अस्पताल ले जाया गया है. वह बेहोश होकर गिर गया था. उसके अगरतला पुलिस की गाड़ी से ही अस्पताल पहुंचाया गया.
त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने वोट डालने के बाद कहा कि मतदान के बाद अच्छा लगता है. मैं सभी से अपील करता हूं कि अपने मताधिकार का प्रयोग करें. बता दें कि माणिक साहा टाउन बारडोली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने अगरतला में अपना वोट कास्ट कर दिया है. आजतक से बात करते हुए सीएम साहा ने बिसालगढ़ हिंसा के लिए कांग्रेस और लेफ्ट को जिम्मेदार ठहराया. वोट डालने से पहले उन्होंने कहा कि था त्रिपुरा में बीजेपी फिर सरकार बनाएगी. बता दें कि माणिक साहा टाउन बारडोली से बीजेपी के प्रत्याशी हैं.
त्रिपुरा के सीएम और बीजेपी के टाउन बारडोली से उम्मीदवार माणिक साहा ने ने भी लोगों से अपील की है कि वो घर से बाहर निकलें और अपने मतदान का प्रयोग करें. उन्होंने कहा कि सभी जगह शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुबह प्रार्थना की. मुझे विश्वास है कि बीजेपी यहां सरकार जरूर बनाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा की जनता से वोट डालने की अपील की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "त्रिपुरा के लोग रिकॉर्ड संख्या में मतदान करें और लोकतंत्र के त्योहार को मजबूत करें. मैं विशेष रूप से युवाओं से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आह्वान करता हूं."
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी त्रिपुरा की जनता से वोट डालने की अपील की है. उन्होंने कहा, "मैं सभी मतदाताओं से लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेने और त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान करने का आग्रह करता हूं. प्रत्येक वोट सुशासन, विकास की यात्रा को जारी रखने की दिशा में गिना जाएगा और एक समृद्ध, भ्रष्टाचार मुक्त त्रिपुरा के लिए निर्णायक साबित होगा."
त्रिपुरा चुनाव में वोट डालने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वोटर्स से वोट डालने की अपील की है. अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, "त्रिपुरा के सभी भाइयों और बहनों से अनुरोध है कि पहले से चल रहे शांति और प्रगति के चलन को जारी रखने और एक प्रगतिशील सरकार बनाने के लिए अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग करें. बाहर आएं और समृद्ध त्रिपुरा के निर्माण के लिए मतदान करें."
त्रिपुरा में वोड डालने के लिए लाइन में लगा एक वोटर बीमार पड़ गया. वह महारानी तुलसुबती गर्ल्स हाई स्कूल में वोट डालने के लिए आया था. उसे नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया गया है.
त्रिपुरा चुनाव के लिए सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है. वोटर्स वोट डालने के लिए लाइनों में लगे हुए हैं. गोमती के बूथ नंबर 54 से वोटर्स लाइन में लगे हुए हैं.
त्रिपुरा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है. वोट कास्ट करने के लिए लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हुईं हैं. गोमती के बूथ नंबर 54 से वोटर्स लाइन में लगे हुए हैं.
त्रिपुरा चुनाव में वोट डालने के लिए लोग सुबह-सुबह पहुंच गए हैं और लंबी लाइनें लग गई हैं. आज प्रदेश की 60 सीटों पर वोटिंग होनी है, जिनपर 259 उम्मीदवार हैं.
इन चुनावों में प्रचार के दौरान, भाजपा ने पिछले पांच वर्षों में पूर्वोत्तर राज्य में हुए विकास पर प्रकाश डाला, जबकि वाम मोर्चा और कांग्रेस ने भाजपा-आईपीएफटी सरकार के 'कुशासन' पर जोर दिया. इनके अलावा टिपरा मोथा का चुनावी मुद्दा ग्रेटर टिपरलैंड राज्य की मांग है.
मुख्यमंत्री माणिक साहा टाउन बारडोवली निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं, जबकि केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक भाजपा के टिकट पर धनपुर से चुनाव लड़ रही हैं. CPIM के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी, जो वाम-कांग्रेस गठबंधन का चेहरा हैं, सबरूम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इनके अलावा पूर्वोत्तर राज्य के पूर्व शाही परिवार के वंशज और टिपरा मोथा के फाउंडर प्रद्योत देबबर्मा मैदान में नहीं हैं.
चुनाव आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से वोटिंग कराने के लिए 31,000 मतदानकर्मी और केंद्रीय बलों के 25,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं. इसके अलावा, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सशस्त्र पुलिस और राज्य पुलिस के 31,000 कर्मचारियों को तैनात किया गया है.
प्रद्योत बिक्रम की नई पार्टी टिपरा मोथा ने राज्य की 60 सीटों में से 42 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. राज्य में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी 28 सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है. इसके अलावा, 58 उम्मीदवार निर्दलीय हैं और कुछ अन्य दलों से भी कुछ उम्मीदवार मैदान में हैं.
त्रिपुरा में बीजेपी 55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं उसकी सहयोगी पार्टी आईपीएफटी 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इनके अलावा कांग्रेस-लेफ्ट में सीटों पर समझौते के तहत वाम मोर्चा 43 सीटों और तो कांग्रेस 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है. इसके अलावा कांग्रेस और लेफ्ट ने एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन दिया है.
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में बीजेपी-आईपीएफटी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. वहीं सीपीआई (एम)-कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ रही है. इसके अलावा पूर्व शाही परिवार के वंशज प्रद्योत बिक्रम की पार्टी टिपरा मोथा भी चुनाव लड़ रही है. इन चुनावों में ममता बनर्जी की पार्टी TMC भी कुछ सीटों पर दांव लगा रही है.