आग की लपटें, चीख-पुकार के बीच ट्रेन से नहीं उतर पाए 70 साल के बुजुर्ग, एर्नाकुलम हादसे का ऐसा था मंजर

Railway Train Fire: आंध्र प्रदेश के एलामंचिली रेलवे स्टेशन के पास टाटानगर से एर्नाकुलम जा रही एक्सप्रेस ट्रेन के दो AC कोचों में आग लगते ही यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. चारों तरफ चीख-पुकार के बीच सब भाग रहे थे, लेकिन शायद उम्र की कमजोरी या गहरी नींद की वजह से 70 साल के बुजुर्ग उठ नहीं पाए. जब तक किसी को ख्याल आया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

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Andhra Pradesh: One passenger died in the fire incident in two coaches of the Tata-Ernakulam Express Andhra Pradesh: One passenger died in the fire incident in two coaches of the Tata-Ernakulam Express

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:15 PM IST

आंध्र प्रदेश के एलामंचिली रेलवे स्टेशन के पास भयानक ट्रेन हादसे का वीडियो सामने आया है. टाटानगर से एर्नाकुलम जा रही एक्सप्रेस ट्रेन (गाड़ी संख्या 18189) के दो AC कोच में भीषण आग लग गई. ट्रेन झारखंड की स्टील नगरी टाटानगर से केरल के एर्नाकुलम जा रही थी. देर रात जब ये ट्रेन अग्निकांड हुआ उस वक्त ज्यादातर यात्री गहरी नींद में सो रहे थे. 

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अचानक धुएं और आग की लपटों ने पूरे कोच को अपनी चपेट में ले लिया. यात्रियों में चीख-पुकार मच गई और हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल हो गया. लोको पायलट ने आग की लपटें देखते ही ट्रेन को तुरंत एलामंचिली स्टेशन पर रोक दिया. सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल आए, लेकिन एक बुजुर्ग चंद्रशेखर सुंदर (उम्र 70 साल) समय पर उतर नहीं पाए और आग की चपेट में आकर उनकी दर्दनाक मौत हो गई. 

रेलवे स्टाफ की मदद से जले हुए कोचों को अलग किया गया. जिन दो कोचों में आग लगी थी शंटिंग इंजन के जरिए उन्हें दूर ले जाया गया. अनाकापल्ली, एलामंचिली और आसपास के इलाकों से दमकल की गाड़ियां पहुंचीं और कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. लेकिन तब तक दो कोच (बी1 और एम2) पूरी तरह जलकर खाक बन गए. यात्रियों का सारा सामान, कपड़े, बैग आदि सब कुछ स्वाहा हो गया.

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सोचिए, रात के अंधेरे में ट्रेन में सो रहे एक बुजुर्ग के लिए वह पल कितना भयानक रहा होगा. जब धुएं की गंध आई, लपटें दिखीं, चारों तरफ चीख-पुकार के बीच सब भाग रहे थे, लेकिन शायद उम्र की कमजोरी या गहरी नींद की वजह से बुजुर्ग उठ नहीं पाए. जब तक किसी को ख्याल आया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. आग बुझने के बाद जब कोच की तलाशी ली गई तो चंद्रशेखर (उम्र 70 साल) का जला हुआ शव मिला. विजयवाड़ा के रहने वाले चंद्रशेखर बी1 कोच में सफर कर रहे थे.

दोनों कोचों में करीब 158 यात्री सफर कर रहे थे. सब डरे हुए थे, ठंडी रात में स्टेशन पर खड़े थे. रेलवे ने बसों का इंतजाम किया और उन्हें समालकोट स्टेशन तक पहुंचाया, जहां नए कोच जोड़कर ट्रेन को आगे रवाना किया गया. शुरुआती जांच में पता चला है कि आग इलेक्ट्रिकल पैनल की तरफ से नहीं लगी, जैसा अक्सर होता है. बल्कि लिनेन स्टोरेज वाली साइड से शुरू हुई. वजह क्या थी – ब्रेक बाइंडिंग, शॉर्ट सर्किट या कुछ और? इसकी जांच चल रही है.

रेलवे ने यात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए हैं. एलामानचिल्ली (नंबर- 7815909386), अनाकापल्ली (नंबर- 7569305669), तुनी (7815909479), समालकोट (7382629990), राजमुंद्री (088-32420541, 088-32420543), एलुरु (7569305268), विजयवाड़ा (0866-2575167) में हेल्पलाइन सेवा शुरू कर दी गई है.

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रेलवे की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि सिर्फ बी1 और एम2 कोच आग की चपेट में आए. आग का कारण अभी साफ नहीं हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे व पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है और पूरे हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.

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