iPhone का डाटा हासिल करने के लिए आरोपी की मौजूदगी जरूरी, नौकरी से हटाने के बावजूद कैसे कर रहे थे काम, विभव की रिमांड के लिए पुलिस ने दिए ये तर्क

पुलिस ने कहा कि आरोपी के दावे के अनुसार वह दिल्ली के मुख्यमंत्री के निजी सचिव के रूप में कार्यरत है, लेकिन उसकी सेवाएं सक्षम प्राधिकारी द्वारा पहले ही समाप्त कर दी गई हैं. उनसे पूछताछ की जानी है कि वह सीएम आवास/कार्यालय में कैसे काम करते रहे?

Advertisement
विभव कुमार को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है (फाइल फोटो- पीटीआई) विभव कुमार को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है (फाइल फोटो- पीटीआई)

संजय शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 19 मई 2024,
  • अपडेटेड 3:43 PM IST

आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले आरोपी विभव कुमार को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से विभव की 7 दिन की कस्टडी मांगी थी, पुलिस ने कोर्ट में दावा किया कि विभव कुमार ने सीएम आवास में सबूत मिटाने की कोशिश की है. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने शनिवार (18 मई) को विभव को गिरफ्तार किया था, इसके बाद पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए सिविल लाइंस थाने ले गई थी. पूछताछ के बाद पुलिस ने विभव को तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी.

Advertisement

दिल्ली पुलिस ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा था कि आरोपी ने खुलासा किया है कि उसने अपना मोबाइल कल ही मुंबई में फॉर्मेट किया है. जबकि आरोपी के मुताबिक विभव कुमार iPhone-15 यूज कर रहे हैं. ये डिवाइस पासवर्ड प्रोटेक्टेड है. पुलिस ने रिमांड कॉपी में कहा कि अभियुक्त की व्यक्तिगत उपस्थिति और सहायता के बिना उसे खोलना संभव नहीं है. फ़ोन और इसमें मौजूद ऐप्स तक आरोपी की मदद के बगैर नहीं पहुंचा जा सकता है.

पुलिस ने रिमांड कॉपी में कहा कि फॉर्मेटेड या डिलीटेड मोबाइल डाटा रिकवर करने और आरोपी के मोबाइल फोन के फॉर्मेटिंग के फैक्ट का पता लगाने के लिए उसे एक्सपर्ट के पास ले जाना होगा. ये डाटा सबूत का महत्वपूर्ण हिस्सा है. 

पुलिस ने रिमांड कॉपी में कहा कि आरोपी ने अपना मोबाइल फोन मुंबई में फॉर्मेट किया था. किसी भी सिस्टम में कोई क्लोन कॉपी/डाटा रखने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है, ये बेहद अहम सबूत है. 

Advertisement

पुलिस ने कहा कि आरोपी के दावे के अनुसार वह दिल्ली के मुख्यमंत्री के निजी सचिव के रूप में कार्यरत है, लेकिन उसकी सेवाएं सक्षम प्राधिकारी द्वारा पहले ही समाप्त कर दी गई हैं. उनसे पूछताछ की जानी है कि वह सीएम आवास/कार्यालय में कैसे काम करते रहे? क्योंकि यह सुरक्षा की दृष्टि से भी संवेदनशील जगह है. लिहाजा आरोपी से पूछताछ जरूरी है.

पुलिस ने कहा कि विभव इस बात का कोई जवाब नहीं दे रहे कि वे किसके अधीन रहकर वहां काम कर रहे हैं और इस संबंध में कोई लिखित आदेश भी नहीं दिखाया. जिस माध्यम से शिकायतकर्ता/पीड़ित पर आरोपी ने हमला किया है, वह आरोपी की निशानदेही पर बरामद किया जाएगा. 

जेई द्वारा उपलब्ध कराए गए सीसीटीवी फुटेज के अनुसार प्रासंगिक समय और अवधि का फुटेज खाली पाया गया है और महत्वपूर्ण सबूतों के साथ छेड़छाड़ से इनकार नहीं किया जा सकता है.

पुलिस ने रिमांड कॉपी में कहा कि आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जानी है, क्योंकि उसने खुद स्वीकार किया है कि कार्यालय के साथ-साथ आवास के अंदर भी उसकी पहुंच है. पीड़िता, जो न केवल एक सार्वजनिक शख्सियत है, बल्कि एक सांसद भी है, उन पर बिना किसी उकसावे के इस तरह के क्रूर हमले के पीछे के मकसद जानने के लिए आरोपी से पूछताछ की जानी है, क्या इसके पीछे अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता भी है?

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement