राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने विदेशों में रह रहे संघ के सदस्यों से भारत को समृद्ध और 'विश्वगुरु' बनाने के लिए पूरी मेहनत से काम करने की अपील की. RSS चीफ ने भोपाल में शनिवार को संघ के 'विश्व संघ शिक्षा वर्ग' के समापन सत्र को संबोधित किया. इस शिविर में दुनिया के अलग-अलग देशों से संघ के सदस्यों ने भाग लिया.
मोहन भागवत ने कहा कि संघ का काम भारत वर्ष को समृद्ध करने और 'विश्वगुरु' बनाने में अहम है. उन्होंने पुरुषों और महिला स्वयंसेवकों से उन देशों में चमकने और उत्कृष्टता प्राप्त करने और वहां के लोगों के लिए आदर्श बनने के लिए कहा.
उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक दूसरे देशों में वहां भी सेवा कर रहे हैं. स्वयंसेवक जहां-जहां गए उस देश की संपत्ति बन गए हैं. उनको देखकर दुनिया भी उनका अनुसरण करेगी और एक नए वातावरण एवं सुखी दुनिया का उदय होगा. संघ के इस शिविर में ब्रिटेन समेत 15 देशों के 60 स्वयंसेवकों और 13 देशों की 31 महिला स्वयंसेवकों ने भाग लिया.
हर 2-3 साल में होता है कार्यक्रम
संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि भारतीय स्वयंसेवक संघ हर दो से तीन साल में विदेशों में अपने सदस्यों के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करता है. इस तरह का पहला शिविर 1992 में बेंगलुरु में आयोजित किया गया था.
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