भारतीय वायु सेना (IAF) इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान एक शानदार हवाई प्रदर्शन करने के लिए तैयार है. इसमें अत्याधुनिक राफेल समेत 40 विमान कर्तव्य पथ पर फ्लाईपास्ट में भाग लेंगे. हालांकि ALH ध्रुव और तेजस विमान इस फॉर्मेशन का हिस्सा नहीं, जो एक बड़ा बदलाव है.
क्यों शामिल नहीं होंगे एएलएच ध्रुव और तेजस?
भारतीय वायुसेना के जनसंपर्क अधिकारी के बयान के अनुसार, एएलएच ध्रुव को अभी भी जमीन पर ही रखा गया है और इसका इस्तेमाल फ्लाईपास्ट के लिए नहीं किया जाएगा. तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को, इसके शानदार प्रदर्शन के बावजूद, इसे सिंगल-इंजन कॉन्फ़िगरेशन के कारण बाहर रखा गया है, जिसे परेड के लिए पसंद नहीं किया जाता है. हालाँकि, तेजस ने पहले भी गणतंत्र दिवस परेड के ऊपर से उड़ान भरी है.
फ्लाईपास्ट विवरण
इस फ्लाईपास्ट में 22 लड़ाकू विमानों, 11 परिवहन विमानों और 7 हेलीकॉप्टरों की शक्ति का प्रदर्शन किया जाएगा. इनमें राफेल, Su-30 MKI और C-130J हरक्यूलिस जैसे विमान शामिल हैं, जो राजधानी के ऊपर विस्मयकारी हवाई पैटर्न बनाएंगे. विंग कमांडर मनीष शर्मा ने हवाई प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए कहा, "फ्लाईपास्ट को दो ब्लॉक में विभाजित किया गया है. ब्लॉक 2 परेड के बाद होगा, जिसमें जटिल संरचनाएँ और सटीक युद्धाभ्यास दिखाए जाएँगे."
ग्राउंड सेरेमनी और मार्चिंग टुकड़ियाँ
गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से होगी, इसमें भारतीय वायु सेना की औपचारिक मार्चिंग टुकड़ी होगी. इस टुकड़ी में 4 अधिकारी और 144 प्रतिभागी शामिल होंगे, जो 72 संगीतकारों वाले IAF बैंड की धुनों पर मार्च करेंगे.
मार्चिंग धुनों- अंतरिक्ष यात्री, वायु शक्ति, निडर योद्धा और उत्तरी सीमा- में वायु सेना की वीरता की भावना को दर्शाया जाएगा. कड़े प्रशिक्षण ने शीर्ष प्रदर्शन सुनिश्चित किया है, जिसमें चयनित योद्धा प्रतिदिन सुबह 4:00 बजे से 7 से 8 घंटे तक अभ्यास करते हैं.
बीटिंग रिट्रीट: एक भव्य समापन
भारतीय वायुसेना भव्य बीटिंग रिट्रीट समारोह में भी भाग लेगी, जहां 128 संगीतकार देशभक्ति की धुनें प्रस्तुत करेंगे, जिससे गणतंत्र दिवस समारोह का भव्य समापन होगा.
अग्निवीर वायुसैनिक चमकेंगे
इस वर्ष अग्निवीर वायुसैनिकों की भागीदारी भी देखी जाएगी, जो भारतीय वायुसेना की अपने नवीनतम कैडर को औपचारिक और परिचालन भूमिकाओं में एकीकृत करने की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करेगा.
एयर कमोडोर अनंत ने सभी प्रतिभागियों के कठोर प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा, "परेड का प्रत्येक तत्व, मार्चिंग दस्ते से लेकर हवाई संरचनाओं तक, भारतीय वायुसेना की उत्कृष्टता के प्रति समर्पण और राष्ट्र के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है."
भारत अपने 76वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने की तैयारी कर रहा है, ऐसे में भारतीय वायुसेना का प्रदर्शन देश की बढ़ती वायु शक्ति और उसके सशस्त्र बलों की अटूट भावना को श्रद्धांजलि देने जैसा है.
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