फोर्टिस-मेदांता जैसे अस्पताल में कैशलेस इलाज करा सकेंगे रेल कर्मचारी, जानें क्या है प्लान

Indian Railways: रेलवे कर्मचारियों के लिए काम की खबर सामने आई है. अब से रेलवे कर्मचारी और उनके परिवार के लोग फोर्टिस और मेदांता जैसे प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा सकेंगे. रेलवे ने ये फैसला कर्मचारियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए उठाया है. आइए जानते हैं क्या है प्लान.

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Railway Employees To Get Treatment in Fortis (Representational Image) Railway Employees To Get Treatment in Fortis (Representational Image)

रवि गुप्ता

  • गोरखपुर,
  • 14 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:44 PM IST

Indian Railways: रेलकर्मियों और उनके परिवार के लिए एक बड़ी ख़बर है. रेलवे कर्मचारियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए प्रशासन द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं. निजी स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी माने जाने वाले फोर्टिस हॉस्पिटल और मेदांता हॉस्पिटल में भी अब रेलवे कर्मचारी अपना और अपने परिवार का कैशलेस इलाज करा सकेंगे. वहीं, फोर्टिस हॉस्पिटल के सूचीबद्ध होने से सबसे ज़्यादा सहूलियत हृदय सम्बंधी मरीजों को मिलेगी. 

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क्या है HMIS?
रेलवे हॉस्पिटल में बड़े स्तर पर परिवर्तन हो रहे हैं. HMIS यानी हॉस्पिटल मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम के तहत यदि कोई भी मरीज हॉस्पिटल में आता है तो उसका एक डेटाबेस तैयार किया जाएगा. मरीज से सम्बंधित सभी जानकारी फिर चाहे वह मरीज की पैथालोजी रिपोर्ट हो या स्वास्थ्य से सम्बंधित उसकी पहले की कोई जानकारी हो सब ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी. एक ही साथ उनकी मेडिकल हिस्ट्री पोर्टल पर उपलब्ध रहेगी.

बता दें, HMIS एक मोबाइल ऐप की तरह काम करेगा. दरअसल, पहले लोगों को अपने स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए ढेर सारी फ़ाइल बनाकर रखनी पड़ती थीं. उसमें पहले की रिपोर्ट्स, ब्लड रिपोर्ट सैंपल से लेकर तमाम रिपोर्ट्स जो एक निर्धारित समय के बाद एक्सपायर हो जाती थीं उनको भी बहुत क़ायदे से रखना पड़ता था. लेकिन इस मोबाइल ऐप से अब उनको इस समस्या से निजात मिलेगा. यही नहीं जब मरीज डॉक्टर को दिखा लेगा तब उसकी सारी रिपोर्ट मेडिसिन डिपार्टमेंट को एक क्लिक से स्वतः चली जाएंगी. इससे मरीज को आसानी तो मिलेगी साथ ही मेडिसिन डिपार्टमेंट में किस दवा का स्टॉक कितना है, इसकी भी प्रॉपर तरीक़े से जानकारी रहेगी जिससे की यह व्यवस्था और पारदर्शी बनेगी. 

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जानिए क्या है Digital X-Ray मशीन?
इसके अलावा अब रेलवे हॉस्पिटल में डिजिटल एक्स-रे मशीन लग रही है. HMIS के ज़रिए मरीज का डिजिटल X-ray उनके मेल पर या WhatsApp के जरिए मोबाइल पार चला जाएगा. इससे डॉक्टर को भी आसानी रहेगी. डॉक्टर के लिए भी अच्छा रहेगा और मरीज के लिए भी अच्छा रहेग. वहीं, कभी-कभी कुछ ऐसे मरीज भी आ जाते हैं जिनकी स्थिति को देखते हुए उनको रेफर करने की कंडिशन बनती है. ऐसे में प्राइवेट हॉस्पिटल का सहारा लेना पड़ता है. इसी कड़ी में देशभर के अच्छे हॉस्पिटल को सूचीबद्ध किया जाता है, जिससे लोगों का समय से और  कैशलेस इलाज हो सके. 

गोरखपुर शहर की बात करें तो फ़ातिमा हॉस्पिटल और न्यू उदय हॉस्पिटल समेत कई हॉस्पिटल सूचीबद्ध हैं. मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी कि अभी प्रशासन फोर्टिस हॉस्पिटल को सूचीबद्ध कर रहा है.  इसके लिए बातचीत चल रही है. इसी तरह मेदांता हॉस्पिटल को भी लिस्ट में शामिल किया गया है. 

 

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