पैंडोरा पेपर्स लीक (Pandora Papers) पर भारत सरकार की तरफ से बयान आ गया है. कहा गया है कि पैंडोरा पेपर्स लीक से जुड़े केसों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. बता दें कि 3 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारों के अंतर्राष्ट्रीय संघ (ICIJ) ने कुछ खुलासे किए थे. इसमें 2.94 टेराबाइट (TB) का डेटा सामने लाया गया था. दावा किया गया कि इसमें उन रइसों के नाम हैं जिन्होंने कम टैक्स या टैक्स ना लेने वाले क्षेत्रों में जाकर शेल कंपनियों, ट्रस्टों, फाउंडेशनों और अन्य संस्थाओं को बनाया, या उनमें पैसा लगाया.
पैंडोरा पेपर्स लीक (Pandora Papers) में 200 देशों के विभिन्न लोगों के नाम हैं. इस लिस्ट में भारत के भी कुछ लोग शामिल हैं.
क्या है पैंडोरा पेपर्स लीक
पैंडोरा पेपर्स करीब 1 करोड़ 19 लाख गुप्त फाइलों का जत्था है. इस लिस्ट में 380 भारतीयों के नाम उजागर हुए हैं, जिनमें उद्योगपति से लेकर भगोड़े कारोबारी तक शामिल हैं. इसमें उद्योगपति अनिल अंबानी, भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, जैकी श्रॉफ, नीरा राडिया आदि नाम शामिल हैं.
अब भारत सरकार की तरफ से प्रेस रिलीज जारी करके कहा गया, 'सरकार ने इनका संज्ञान लिया है. प्रासंगिक जांच एजेंसियां इन केसों की जांच करेंगी और कानून के मुताबिक, उचित एक्शन लेंगी. इन केसों की प्रभावी जांच सुनिश्चित करने के लिए सरकार विदेशी एजेंसियों के भी संपर्क में रहेगी, जिससे कुछ और जानकारियां जुटाई जा सकें.'
बताया गया कि भारत सरकार अंतर-सरकारी समूह का भी हिस्सा है जो कि ऐसे खुलासों के प्रति सजग होकर काम करता है.
सरकार ने यह भी कहा कि अभी मीडिया के हवाले से कुछ के ही नाम सामने आए हैं. ICIJ की वेबसाइट पर भी अभी पूरी लिस्ट जारी नहीं हुई है. ICIJ की तरफ से इसे चरणबद्ध तरीके से जारी करने की बात कही गई है.
सरकार ने आगे कहा कि सरकार ने Pandora Papers के नाम से सामने आई जानकारियों के जांच के आदेश दिए हैं. इनकी जांच मल्टी एजेंसी ग्रुप करेंगे जिनके प्रमुख सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टेक्सेशन (CBDT) के चेयरमैन होंगे. इस ग्रुप में CBDT के साथ-साथ प्रवर्तन निदेशालय (ED), रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और फाइनेंशल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) के सदस्य होंगे.
aajtak.in