एक साल के लिए बढ़ाया IB निदेशक तपन डेका का कार्यकाल, 30 जून को हो रहा था खत्म

तपन कुमार डेका ने अपने करियर का ज्यादातर समय इंटेलिजेंस ब्यूरो में बिताया है. वह इंटेलिजेंस ब्यूरो में अतिरिक्त निदेशक थे जब उन्हें पिछले साल जून में विंग में विशेष निदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया था, डेका ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद, विशेषकर घाटी में लक्षित हत्याओं जैसे महत्वपूर्ण मामलों को संभाला है.

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IB निदेशक तपन कुमार डेका IB निदेशक तपन कुमार डेका

मंजीत नेगी

  • नई दिल्ली,
  • 24 जून 2024,
  • अपडेटेड 11:06 PM IST

मोदी सरकार ने आईबी निदेशक तपन कुमार डेका का कार्यकाल एक साल बढ़ा दिया है. उनका कार्यकाल 30 जून को खत्म हो रहा था. मोदी सरकार ने उनके दो साल के अच्छे कार्यकाल को देखते हुए उन्हें एक्सटेंशन दिया है. हाल ही में तीसरी बार प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद मोदी ने अपनी सुरक्षा संबंधी टीम को तीसरा कार्यकाल दिया, जिसमें एनएसए अजीत डोभाल भी शामिल हैं.

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तपन कुमार डेका ने अपने करियर का ज्यादातर समय इंटेलिजेंस ब्यूरो में बिताया है. वह इंटेलिजेंस ब्यूरो में अतिरिक्त निदेशक थे जब उन्हें पिछले साल जून में विंग में विशेष निदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया था, डेका ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद, विशेषकर घाटी में लक्षित हत्याओं जैसे महत्वपूर्ण मामलों को संभाला है. 1988 बैच के हिमाचल प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी तपन कुमार डेका को दो साल के कार्यकाल के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो का निदेशक नियुक्त किया गया.

तपन कुमार डेका हिमाचल प्रदेश 1998 बैच काडर के IPS ऑफिसर हैं. तपन डेका ने अपना ज्यादातर करियर इंटेलिजेंस ब्यूरो में ही गुजारा है. उन्हें पिछले साल जून में ही इंटेलिजेंस ब्यूरो का एडिशनल डायरेक्टर नियुक्त किया गया था. रिपोर्ट के अनुसार, तपन कुमार डेका केंद्र सरकार के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से एक रहे हैं. उन्होंने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद, खासकर टारगेटेड हत्याओं के मामलों को संभाला है. वो कई एंटी टेररिस्ट अभियानों में भी शामिल रहे हैं. बताया जाता है कि जम्मू कश्मीर में इंटेलिजेंस से जुटा महत्वपूर्ण डेटा जुटाने में उनकी बड़ी भूमिका रही है.

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इंटेलिजेंस ब्यूरो में आने से पहले तपन डेका छात्र राजनीति में सक्रिय रहे. उनके पास फिजिक्स में मास्टर्स की डिग्री है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही सिविल सेवा परीक्षा को पास कर लिया था. बताया ये भी जाता है को वो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के करीबी सहयोगी रहे हैं.

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