भारतीय हज कमेटी के जरिए अगले साल हज पर जाने वाले कुल 1,22,518 नागरिकों का सोमवार को लॉटरी के जरिए चयन किया गया. हज कमेटी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हज-2025 के लिए हज कमेटी का कोटा 1,22,518 तीर्थयात्रियों का तय किया गया है, जबकि कुल 1,51,918 सही आवेदन मिले.
बताया गया है कि अगले साल हज पर जाने वाले लोगों का चयन हज कमेटी के दिल्ली कार्यालय में कम्प्यूटरीकृत लॉटरी के जरिए किया गया. लॉटरी की शुरुआत हज कमेटी के चेयरमैन ए.पी. अब्दुल्ला कुट्टी ने की. हज कमेटी के सीईओ लियाकत अली अफाकी ने बताया कि 65 साल या उससे अधिक उम्र के 14,728 हाजियों और बिना 'मेहरम' (पुरुष साथी) वाली 3,717 महिलाओं का चयन लॉटरी के बिना किया गया है.
साल 2024 में 14 जून की शाम चांद दिखने के बाद इस्लाम धर्म की पवित्र हज यात्रा प्रारंभ हो गई. हज यात्रा इस्लामिक कैलेंडर के आखिरी महीने धू अल-हिज्जा में की जाती है. इस पाक महीने में इस्लाम धर्म के अनुयायी सऊदी अरब के मक्का शहर में हज यात्रा के लिए जाते हैं. इस्लाम धर्म की मान्यताओं के अनुसार, हर मुस्लिम को अपने जीवन में एक बार हज जरूर जाना चाहिए. हज यात्रा को इस्लाम के पांच मुख्य स्तंभों में गिना जाता है. यह ऐसी परंपरा है जो शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम मुस्लिमों को अपने जीवन में कम से कम जरूर करनी चाहिए. हज यात्रा खुद को अल्लाह से जोड़ने या उसके करीब आने का मार्ग समझा जाता है.
हज यात्रा के नियम
इस्लाम में हज करने वाले को हाजी कहा जाता है. धुल-हिज्जा के सातवें दिन हाजी मक्का शहर पहुंचते हैं. हज यात्रा के पहले चरण में हाजी इहराम बांधते हैं. यह एक सिला हुआ कपड़ा होता है, जिसे शरीर पर लपेटते हैं. इस दौरान सफेद कपड़ा पहनना जरूरी है. हालांकि, महिलाएं अपनी पसंद का कोई भी सादा कपड़ा पहन सकती है. लेकिन हिजाब के नियमों का पालन करना जरूरी है.
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