मणिपुर के प्रसिद्ध पीस एक्टिविस्ट और थाडो साहित्य समाज के अध्यक्ष, नेखम जोम्हाओ (59) की हत्या के मामले में असम पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. मृतक का शव करबी आंगलोंग में 30 अगस्त को बरामद किया गया था.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सैम्सन कुकि, जंगपू हंगसिंग, मांगेओ सिटल्हौ, थंगमौई हमार, और काकाप लियनथांग के रूप में हुई है. मंजा पुलिस स्टेशन में इस मामले में धारा 61(2)/103, भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत केस दर्ज किया गया है.
बता दें कि नेखम जोम्हाओ एक सम्मानित बौद्धिक और शांति समर्थक थे. हाल ही में उन्होंने 6 अगस्त को इम्फाल में आयोजित “रोड टू पीस कॉवनेंट ऑफ कम्युनिटी अंडरस्टैंडिंग” बैठक में थाडो और मेटेई समुदाय के नेताओं के साथ भाग लिया था. रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें पहले धमकियां मिली थीं और फिर संदिग्धों द्वारा अगवा कर हत्या कर दी गई.
जोम्हाओ की हत्या को कई मेटेई डायस्पोरा संगठनों और नागरिक समाज समूहों ने कड़ा निंदा की है. इनमें मेटेई हेरिटेज सोसाइटी, दिल्ली मणिपुरी सोसाइटी (DeMas), निंगोल्स यूनाइटेड प्रोग्रेसिव इनिशिएटिव (NUPI), टीम मेटेई पर्सनैलिटीज़, और मेटेई अलायंस शामिल हैं. इन संगठनों ने इसे जारी सामुदायिक मेल-मिलाप प्रयासों पर बड़ा प्रहार बताया और मृतक नेता के लिए न्याय की मांग की.
मेटेई अलायंस ने कुकि माइलिटेंट समूहों के साथ सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (SoO) समझौतों के संभावित नवीनीकरण को लेकर चिंता जताई और गवर्नर से इसे रद्द करने, जिम्मेदारों को सजा दिलाने और 6 अगस्त की बैठक में शामिल शांति कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया.
संगठनों ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने, थाडो समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की भी मांग की. कुछ समूहों ने जोम्हाओ के शव को इम्फाल लाकर अंतिम संस्कार करने का सुझाव दिया.
इन संगठनों ने मृतक के परिवार और समुदाय के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार से आग्रह किया है कि वह आगे किसी और हिंसा को रोकने और सामुदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए निर्णायक कदम उठाए.
बेबी शिरीन