MP: फ्रीज खाता खुलवाने के लिए क्राइम ब्रांच की फर्जी ईमेल आईडी से बैंक को किया मैसेज, एक गलती पड़ गई भारी

मध्य प्रदेश के भोपाल में साइबर ठगी से जुड़ा एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने साइबर क्राइम भोपाल की फर्जी मेल आईडी तैयार कर बैंक खाता खुलवाने के लिए बैंक को मेल कर दिया. लेकिन एक गलती से पकड़ गया.

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साइबर फ्रॉड (प्रतीकात्मक तस्वीर) साइबर फ्रॉड (प्रतीकात्मक तस्वीर)

रवीश पाल सिंह

  • भोपाल,
  • 12 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:16 PM IST

मध्य प्रदेश के भोपाल में साइबर ठगी से जुड़ा एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने साइबर क्राइम भोपाल की फर्जी मेल आईडी तैयार कर बैंक खाता खुलवाने के लिए बैंक को मेल कर दिया. लेकिन एक गलती से पकड़ गया. दरअसल, इस शख्स का खाता ठगी के रुपये आने के बाद जांच के दौरान फ्रीज कर दिया गया था. बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री कृष्णा गौर के बेटे आकाश के साथ जो ठगी की वारदात हुई थी उस ठगी का मनी ट्रेल इसी आरोपी के बैंक खाते से जुड़ा हुआ मिला था. जिसके बाद बैंक अकाउंट को होल्ड कर दिया गया था.

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मंत्री के बेटे से हुई थी ठगी

मंत्री कृष्णा गौर के बेटे आकाश गौर ने साइबर क्राइम में घटना की शिकायत की थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि 20 मार्च 2024 को उन्हें आरके यादव नाम के एक शख्स का कॉल आया कि वो उन्हें एक कंपनी का लेबर सप्लाई और ट्रांसपोर्ट का टेंडर दिलवा सकता है. लेकिन इसके लिए एंट्री करनी होगी. इसके बाद उन्हें व्हाट्सएप पर क्यूआर कोड भेजा गया और इस क्यूआर कोड पर रुपये भेज कर एंट्री फीस जमा कराने को बोला गया. इसपर आकाश ने अपने बैंक खाते से बैंक ऑफ इण्डिया के मुंबई ब्रांच में 9 बार में कुल 3.20 लाख रुपये ट्रांसफर कराए. 

मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज किया गया. जांच के दौरान पाया गया कि ठगी का पैसा मुंबई के बैंक ऑफ इंडिया और एक सहकारी बैंक में डाला गया है. इसी सहकारी बैंक से ठगी के रुपये निकाले गए थे, जिसकी जानकारी मिलते ही क्राइम ब्रांच ने इन दोनों बैंक अकाउंट को होल्ड करवा दिया था. यह दोनों अकाउंट मुंबई के रहने वाले सैफ अली नाम के शख्स के थे जो मनी ट्रांसफर और फोटो कॉपी की दुकान चलाता है.  

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एक गलती पड़ गई भारी

बैंक खाता होल्ड होने की जानकारी सैफ अली को मिली तो वो अपना अकाउंट दोबारा शुरू करवाने की जुगत में लग गया. इसी दौरान उसने साइबर क्राइम से मिलती-जुलती ईमेल आईडी से बैंक मैनेजर को खाता अनफ्रीज करने के लिए मेल कर दिया. बैंक को कंफ्यूज करने के लिए सैफ अली ने साइबर क्राइम भोपाल की ईमेल आईडी dspcrimebho@mp.gov.in के जैसे ही दिखने वाली एक फर्जी ईमेल आईडी  dspcrimebho@mpgovr.in बना ली और पहले से मिले नोटिस के विवरण में खाता खुलवाने के लिए बैंक की ईमेल आईडी को मेल कर दिया. 

लेकिन बैंक को मेल आईडी में शक होने पर इसकी जानकारी साइबर क्राइम भोपाल से मांगी गई तो बैंक को मालूम चला कि क्राइम ब्रांच की फर्जी ईमेल आईडी बनाकर उन्हें मेल किया गया है. क्राइम ब्रांच ने इसकी जांच की तो आरोपी सैफ अली का मोबाईल नंबर और  इमेल आईडी लिंक मिला. साइबर क्राइम ने सैफ अली को गिरफ्तार कर लिया गया. क्राइम ब्रांच ने कहा कि वो मामले की जांच कर रहे हैं और इसकी हर कड़ी की तलाश कर रहे हैं. 

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