जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में शनिवार को दो जंग लगे ग्रेनेड और आधा दर्जन से अधिक पिस्तौल की गोलियां बरामद की गईं. अधिकारियों ने बताया कि गोला-बारूद दरहाल इलाके के चौकियां गांव में एक नाले के किनारे झाड़ियों से मिला और बाद में बम निरोधक दस्ते ने उसे हटा दिया. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि हथगोले और जिंदा गोलियां लंबे समय से नदी में पड़ी थीं.
अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में, पुलिस ने शनिवार सुबह जम्मू के बाहरी इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गुब्बारों के साथ एक पाकिस्तानी झंडा जब्त किया. अधिकारियों ने बताया कि यह झंडा जम्मू के अरनिया सेक्टर के कूल कलां गांव में एक ग्रामीण को उसके खेत में मिला. उन्होंने बताया कि ऐसा संदेह है कि गुब्बारों से बंधा झंडा सीमा पार से उड़कर आया है.
सेना के एक गश्ती दल ने पिछले महीने 23 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास एक नियंत्रित विस्फोट में एक जंग लगी बारूदी सुरंग को नष्ट कर दिया था. एक अधिकारी ने बताया था कि मनकोट सेक्टर के बलनोई इलाके में बॉर्डर फेंसिंग के पास बारूदी सुरंग पाई गई. उन्होंने बताया था कि विशेषज्ञों को बुलाया गया और बारूदी सुरंग को नष्ट कर दिया गया.
इससे पहले गत 6 मार्च को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में हुए विस्फोट में सेना के एक पोर्टर की मौत हो गई थी. मृतक की पहचान राजेश कुमार के रूप में हुई, जो नौशेरा में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सरवाह गांव का निवासी था. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह एक एंटी-पर्सनल लैंडमाइन विस्फोट हो सकता है. यह घटना नियंत्रण रेखा के पास नौशेरा सेक्टर में मकरी गांव के ग्रीन गैप के पास हुई.
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