Indian Railways: पंजाब मेल समेत कई ट्रेनों के रूट बदले या कैंसिल, योगेंद्र यादव बोले- किसानों को रोकने की कोशिश

स्वराज इंडिया के चीफ योगेंद्र यादव ने ट्विटर पर लिखा, फिरोजपुर मुंबई पंजाब मेल को आज सुबह रोहतक से रेवाड़ी के रास्ते डायवर्ट कर दिया गया, ताकि करीब 1,000 किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोका जा सके.

Advertisement
Indian Railways Diverted Trains Indian Railways Diverted Trains

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 8:44 AM IST

दिल्ली के बॉडर्स पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए पंजाब से ट्रेन में सवार होकर आ रहे किसानों की ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया गया है. इस सिलसिले में फिरोजपुर-मुंबई पंजाब मेल को रोहतक से डायवर्ट कर दिया गया है वहीं, एक दूसरी ट्रेन की यात्रा को हरियाणा के बहादुरगढ़ तक सीमित कर दिया गया. स्वराज इंडिया के चीफ योगेंद्र यादव ने कहा कि 1000 की संख्या दिल्ली आ रहे किसानों को आंदोलन में शामिल होने से रोकने के लिए सरकार ने ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया.

Advertisement

हालांकि, रेलवे का कहना है कि संचालन संबंधी कारणों की वजह से ट्रेन को डायवर्ट किया गया है. सूत्रों ने बताया कि किसानों का एक समूह फिरोजपुर (पंजाब) में कल रात पंजाब मेल ट्रेन में सवार हुआ था और वे दिल्ली की सीमाओं पर मौजूद किसानों के आंदोलन में शामिल होने वाले थे.

पंजाब मेल को हरियाणा में रोहतक से रेवाड़ी की तरफ डायवर्ट करके मुंबई के लिए रवाना कर दिया गया. इस पर उत्तरी रेलवे के प्रवक्ता ने कहा, 'परिचालन कारणों से ट्रेन को डायवर्ट किया गया.' वहीं राजस्थान के गंगानगर से दिल्ली आने वाली ट्रेन, जो पंजाब और हरियाणा से गुजरने वाली थी, उसकी यात्रा हरियाणा के बहादुरगढ़ में ही समाप्त कर दी गई.

स्वराज इंडिया के चीफ योगेंद्र यादव ने ट्विटर पर लिखा, फिरोजपुर मुंबई पंजाब मेल को आज सुबह रोहतक से रेवाड़ी के रास्ते डायवर्ट कर दिया गया, ताकि करीब 1,000 किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोका जा सके.

Advertisement

बता दें कि मुंबई जाने वाली पंजाब मेल का दिल्ली में लगभग 20 मिनट का ठहराव है. पंजाब के फिरोजपुर से शुरू होकर यह ट्रेन रोहतक से दिल्ली में प्रवेश करती है. सोमवार को, इसे हरियाणा के रेवाड़ी से डायवर्ट करके मुंबई के लिए रवाना किया गया.

पिछले दो महीने से अधिक समय से किसान दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं, इनमें ज्यादातर किसान पंजाब और हरियाणा से हैं. ये कृषि कानूनों को खत्म करने और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर आंदोलन पर हैं. दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसक घटना के बाद, पंजाब और उत्तर प्रदेश से किसान एक बार फिर राजधानी की ओर रुख करते दिख रहे हैं.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement