Indian Railways: भारतीय रेलवे को देश की लाइफलाइन कहा जाता है. हर रोज बड़ी संख्या में लोग रेल से यात्रा करते हैं. रेलवे ट्रैक्स पर तमाम तरह की ट्रेनें दौड़ती हैं, जिसमें वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भी शामिल हैं. लोगों की यात्रा को और सुविधाजनक बनाने और लोगों का समय बचाने के लिए रेलवे अब कई और नई ट्रेनों को पटरी पर दौड़ाने की तैयारी में है. इन ट्रेनों में कई हाई स्पीड ट्रेनें शामिल हैं. आइए इनके बारे में जानते हैं .
कल यानी 1 फरवरी को आम बजट पेश किया गया. इस बजट में रेलवे के नाम 2.41 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए. इस बात की जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी. रेल मंत्री ने बताया कि दिसंबर 2023 तक देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन पटरी पर दौड़ेगी. पहली हाइड्रोजन ट्रेन कालका-शिमला सर्किट में दौड़ेगी. बता दें कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर नॉर्थन रेलवे वर्कशॉप में हाइड्रोजन फ्यूल बेस्ड ट्रेन का प्रोटोटाइप तैयार कर रहा है. इसका परीक्षण हरियाणा के सोनीपत-जींद खंड पर किया जाएगा.
रेल मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुलेट ट्रेन का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सेक्टर में बुलेट ट्रेन का विकास कार्य पर फोकस रहेगा. मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड ट्रेन के लिए 25 किमी से ज्यादा का वायाडक्ट यानी पुल तैयार कर लिया गया है. गुजरात में परियोजना के तहत 25.28 किमी का वायाडक्ट पूरा हो गया है जिसमें वडोदरा के पास 5.7 किमी का निरंतर वायाडक्ट और विभिन्न स्थानों पर 19.58 किमी का निर्माण शामिल है. इसके अलावा गुजरात और डीएनएच के सभी 8 जिलों से गुजरने वाले ट्रैक के साथ-साथ निर्माण कार्य जोरों से शुरू हो गया है.
आजतक से खास बातचीत में रेल मंत्री ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में जो रेलवे में बदलाव किए हैं, उससे प्रतिदिन 12 किलोमीटर पटरी बिछ रही है. साथ ही उन्होंने बताया कि देश के 1275 रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प का काम जारी है. रेल मंत्री ने बताया कि उनका टारगेट है कि साल में साढ़े चार हजार किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक बिछाए जाएं.
भारतीय रेलवे निकट भविष्य में देश भर में चल रही वंदे भारत ट्रेनों की तर्ज पर वंदे मेट्रो की सेवाएं शुरू करेगा. संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2023 पेश किए जाने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी घोषणा की. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का एक मिनी वर्जन वंदे मेट्रो, बड़े शहरों के आसपास रहने वाले लोगों के लिए अपने कार्यस्थल और घर के बीच आराम से यात्रा करने के लिए विकसित किया जाएगा.
रेल मंत्रालय ने चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) और लखनऊ स्थित रिसर्च डिज़ाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (RDSO) के महाप्रबंधकों (GMs) को आठ-कार वाली वंदे भारत ट्रेनों के रेक जल्द से जल्द उतारने का निर्देश दिया है.
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