भारतीय रेलवे से हर दिन लाखों लोग सफर करते हैं. अगर लंबी दूरी की यात्रा करनी हो तो लोग ट्रेन से सफर करना बेहतर समझते हैं. पर्व-त्योहार के मौके पर ट्रेन में यात्रियों की भीड़ ज्यादा होती है. इस मौके पर रेलवे की तरफ से अलग-अलग जोन के लिए कई स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं, इसके बावजूद भी कई लोगों का वेटिंग टिकट कंफर्म नहीं हो पाता और लोग समय पर अपने परिवार के पास घर नहीं जा पाते हैं.
RAC के बाद टिकट हुआ वेटिंग
वेटिंग टिकट कंफर्म न होना एक आम बात है, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि RAC के बाद किसी यात्री का रेलवे टिकट वेटिंग हो जाए. जी, हां ये सच है. दरअसल,Kamlesh Shukla नाम के एक शख्स ने X अकाउंट पर जानकारी दी कि उन्होंने गाजियाबाद से देवरिया सदर के लिए 20 नवंबर का टिकट बुक किया था. टिकट बुक करते वक्त उन्हें आरएसी (RAC 42 ) का टिकट मिला. लेकिन कुछ समय बाद उन्हें वह टिकट वेटिंग (GNWL 63) दिखने लगा. इस बात की जानकारी उन्होनें एक्स अकाउंट (Kamlesh Shukla-@ikamleshshula) पर पोस्ट कर दी है.
रेलवे ने यात्री के पोस्ट पर दिया जवाब
रेलयात्री के पोस्ट के बाद इंडियन रेलवे के आधिकारिक अकाउंट Railway seva की तरफ से जवाब दिया गया है. जिसमें रेलवे ने यात्री को पर्सनल मैसेज के जरिए indianrailways.gov.in or dial 139 पर अपना कॉन्टेक्ट नंबर शेयर करने की बात कही है. रेलवे सेवा की पोस्ट पर कमलेश शुक्ला ने अपना मोबाइल नंबर शेयर कर रेलवे को रिस्पॉन्स के लिए धन्यवाद कहा है. इसके बाद फिर से रेलवे की तरफ से जानकारी दी गई कि आपकी शिकायत रेल मदद ऐप पर रजिस्टर कर ली गई है. आप अपनी शिकायत को ट्रैक कर सकते हैं.
तकनीकी खराबी के कारण होती है परेशानी
भारतीय रेलवे में यात्रा करना एक सुविधाजनक अनुभव है, लेकिन इसके साथ-साथ कुछ चुनौतियां भी आती हैं, खासकर जब टिकट बुकिंग की बात आती है. अक्सर यात्री यह शिकायत करते हैं कि आरएसी (Reservation Against Cancellation) में टिकट दिखने के बावजूद उनका टिकट वेटिंग लिस्ट में चला जाता है. यह समस्या तकनीकी कारणों से होती है. रेलवे ने भी अपनी गलती को स्वीकार कर लिया है.
आइए जानते हैं क्या है RAC?
RAC का फुल-फॉर्म होता है Reservation Against Cancellation है. भारतीय रेलवे में, आरएसी का मतलब है कि यात्री को यात्रा की अनुमति दी गई है, लेकिन उसे पूरी बर्थ नहीं दी गई है. वह एक बर्थ पर अपनी सीट किसी के साथ शेयर कर बैठ सकता है. वहीं, ट्रेन में यात्रा के दौरान कोई यात्री टिकट कैंसिल करता है तो उस RAC वाले यात्री की टिकट कंफर्म हो जाएगी और उसे पूरी बर्थ मिल जाएगी.
रेलवे में 7 तरह की होती है वेटिंग
GNWL
RLWL
PQWL
TQWL
RSWL
RAC
इन कारणों से RAC हो सकता है वेटिंग
हालांकि, कभी-कभी तकनीकी गड़बड़ियों के कारण, आरएसी में दिखने वाले टिकटों का स्टेटस अचानक ही वेटिंग लिस्ट में चला जाता है. यह समस्या मुख्यतः सॉफ्टवेयर अपडेट, सर्वर इश्यू या डेटा सिंक्रोनाइजेशन जैसी तकनीकी खामियों के चलते होती है. अभी हाल ही में रेलवे ने अपने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि '' यात्रियों को सूचित किया जाता है कि कुछ तकनीकी कारणों से टिकट कन्फर्मेशन/RAC का मैसेज सिस्टम की तरफ से भेजा गया था. बाद में इसे तकनीकी टीम ने ठीक कर दिया है. सुविधाओं के लिए खेद है. रेलवे की ओर से यह गलती मान ली गई है और तकनीकी टीम इस पर काम कर रही है ताकि यात्रियों को बेवजह असुविधा न हो.
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