Independence Day 2022: आज पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा है. इस बार का स्वतंत्रता दिवस इसलिए और खास है क्योंकि हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौवीं बार लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस दौरान 21 तोपों की सलामी भी दी गई. यह 9वां मौका है, जब नरेंद्र मोदी ने पीएम के तौर पर झंडारोहण किया. लाल किले के आसपास सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इससे पहले पीएम मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं.
पीएम मोदी ने कहा, मैं भाई भतीजावाद, परिवारवाद की बात करता हूं तो लोगों को लगता है मैं सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र की बात कर रहा हूं. दुर्भाग्य से राजनीति की इस बुराई ने हिन्दुस्तान की सभी संस्थाओं में परिवारवाद को पोषित कर दिया है. इससे मेरे देश की प्रतिभा को नुकसान होता है. पीएम मोदी ने युवाओं से अपील की कि मै भाई-भतीजावाद के खिलाफ जंग में युवाओं का साथ चाहता हूं.
पीएम मोदी ने कहा, मैं दो विषयों पर चर्चा करना चाहता हूं. मैं मानता हूं हमारी इन चुनौतियों, विकृतियों, बीमारियों के कारण 25 साल का अमृत काल, अगर समय रहते नहीं चेते तो विकराल रूप ले सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि एक है भ्रष्टाचार, दूसरा परिवारवाद- भाई भतीजावाद.
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत जैसे लोकतंत्र में जहां लोग गरीबी से जूझ रहे हैं. एक तरफ वो लोग हैं, जिनके पास रहने के लिए जगह नहीं है. दूसरे वे लोग हैं. जिनके पास लूटी हुई रकम रखने की जगह नहीं है. हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना है. जो लोग पिछली सरकारों में बैंकों को लूट लूट कर भाग गए. हम उनकी संपत्ति जब्त कर रहे हैं. कई लोग जेल में हैं. हमारी कोशिश है कि जिन लोगों ने देश को लूटा है, उनके लिए ऐसी स्थिति बनाई जाए, कि उन्हें लूटा हुआ पैसा लौटाना पड़े.
पीएम मोदी ने कहा, भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है. मुझे इसके खिलाफ लड़ना है. मुझे इसके खिलाफ लड़ाई को तेज करना है. मुझे 130 करोड़ भारतीयों का साथ चाहिए, ताकि मैं इस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ सकूं. इसलिए मेरे देशवासियों ये चिंता का विषय है भ्रष्टाचार के प्रति नफरत दिखती है. लेकिन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई चेतना नहीं दिखती.
पीएम ने कहा, हम जीव में भी शिव देखते हैं, हम वो लोग हैं जो नर में नारायण देखते हैं, हम वो लोग हैं जो नारी को नारायणी कहते हैं, हम वो लोग हैं जो पौधे में परमात्मा देखते हैं, हम वो लोग हैं, जो नदी को मां मानते हैं, हम वो लोग हैं, जो कंकड़-कंकड़ में शंकर देखते हैं... ये हमारा सामर्थ्य है, जब विश्व के सामने खुद गर्व करेंगे तो दुनिया करेगी.
पीएम मोदी ने कहा, लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था. इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें जय विज्ञान जोड़ा. और अब इसमें जय अनुसंधान जोड़ने का समय आ गया है. अब जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान हो.
पीएम मोदी ने कहा, जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे तभी तो ऊंचा उड़ेंगे और जब ऊंचा उड़ेंगे तभी तो विश्व को समाधान दे पाएंगे.
पीएम मोदी का लाल किले से दर्द भी छलका. पीएम मोदी ने कहा, मेरी एक पीड़ा है, मेरा दर्द है. मैं इसे दर्द को देशवासियों के सामने नहीं कहूंगा तो कहां कहूंगा. पीएम मोदी ने कहा, आज किसी न किसी कारण से हमारे अंदर विकृति आई है, हमारे बोल चाल में. हमारे स्वभाव में, हम नारी का अपमान करते हैं. क्या हम स्वभाव से, संस्कार से, रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं. नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है, ये सामर्थ्य में देख रहा हूं.
1-विकसित भारत- अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए.
2-गुलामी के हर अंश से मुक्ति का प्रण- दूसरा प्रण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना.
3-विरासत पर गर्व- तीसरी प्रण शक्ति है कि हमें हमारी विरासत पर गर्व होना चाहिए. यही विरासत है, जिसने भारत को स्वर्णिम काल दिया था. यह विरासत है जो समय समय पर परिवर्तन करने का सामर्थ्य रखती है.
4- एकता और एकजुटता का प्रण- चौथा प्रण है एकता और एकजुटता. 130 करोड़ देशवासियों में एकजुटता. न कोई अपना न कोई पराया. एक भारत औऱ श्रेष्ठ भारत के लिए यह प्रण है.
5-नागरिकों को अपने कर्तव्यपालन का प्रण- पीएम मोदी ने कहा, 5वां प्रण है नागरिकों का कर्तव्य. इससे पीएम, मुख्यमंत्री भी बाहर नहीं होता है. ये 25 सालों के संकल्प को पूरा करने के लिए हमारे प्रण हैं.
पीएम मोदी ने युवाओं से अपील की कि वे आजादी के 100 साल पूरे होने के लिए अभी से संकल्प लें, कि तब यह विकसित देश होगा. विकास के केंद्र में मनुष्य होगा. पीएम मोदी ने कहा कि जब देश आजादी के 100 साल पूरे कर रहा होगा, तब युवा 50-55 साल का होगा.
पीएम मोदी ने कहा, आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो पिछले 75 साल में देश के लिए जीने-मरने वाले, देश की सुरक्षा करने वाले, देश के संकल्पों को पूरा करने वाले चाहे सेना के जवान हों, पुलिसकर्मी हों, जन प्रतिनिधि हों, स्थानीय स्वराज की संस्थाओं के प्रशासक रहे हों.
प्रधानमंत्री ने कहा, हिंदुस्तान के हर कोने में उन सभी महापुरुषों को याद करने का प्रयास किया गया, जिनको किसी न किसी कारणवश इतिहास में जगह न मिली, या उनकों भुला दिया गया था. आज देश ने खोज खोज कर ऐसे वीरों, महापुरुषों, बलिदानियों, सत्याग्रहियों को याद किया, नमन किया.
पीएम ने कहा, विश्व भारत की ओर गर्व, अपेक्षा से देख रहा है. दुनिया समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर खोजने लगी है. यह हमारे 75 साल की अनुभव यात्रा का परिणाम में है. जिस तरह से संकल्प लेकर हम चल रहे हैं, दुनिया हमारी ओर देख रही है. मैं इसे इतनी शक्ति के रूप में देखता हूं. मैं थ्री शक्ति के तौर पर देखता हूं.
पीएम ने कहा, हमारे भारत ने सिद्ध कर दिया कि हमारे पास ये अनमोल सामर्थ्य है. 75 साल की यात्रा में आशाएं, अपेक्षाएं, उतार-चढ़ाव सब के बीच हर एक के प्रयास से हम यहां तक पहुंच पाए. आजादी के बाद जन्मा मैं पहला व्यक्ति था जिसे लाल किले से देशवासियों का गौरव गान करने का अवसर मिला.
पीएम मोदी ने कहा, आजादी की जंग लड़ने वाले और आजादी के बाद देश बनाने वाले डॉ राजेंद्र प्रसाद, नेहरू जी, सरदार वल्लभभाई पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, लाल बहादुर शास्त्री, दीन दयाल उपाध्याय, जय प्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, आचार्य विनोबा भावे, नाना दी देशमुख ऐसे अनेक महापुरुषों को आज नमन करने का अवसर है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है. मैं पहला व्यक्ति था, जिसे लाल किले से देशवासियों के गौरवगान करने का मौका मिला था. जितना आपसे सीखा है, आपको जान पाया हूं. आपके सुख-दुख को जान पाया हूं. उसे लेकर मैंने पूरा कालखंड उन लोगों के लिए खंपाया है. महात्मा गांधी का जो सपना था, आखिरी व्यक्ति को लाभ पहुंचाने का. मैंने अपने महात्मा गांधी के सपने को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित किया.
पीएम ने कहा, हिंदुस्तान का कोई कोना, कोई काल ऐसा नहीं था, जब देशवासियों ने सैंकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग न की हो, जीवन न खपाया हो, यातनाएं न झेली हो, आहुति न दी हो. आज हम सब देशवासियों के लिए ऐसे हर महापुरुष को, हर त्यागी और बलिदानी को नमन करने का अवसर है.
पीएम मोदी ने कहा, हर भारतीय का मन गर्व से भर जाता है, जब वे रानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई, चेन्नम्मा बेगम हजरत महल जैसी वीर महिलाओं को याद करते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, यह देश मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राज गुरु, चंद्रशेखर आजाद, अशफाकउल्ला खान, राम प्रसाद बिस्मिल का ऋणी है. इन वीरों ने अंग्रेजों के शासन की नींव हिला दी.
पीएम मोदी ने कहा, कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले बापू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर के हर प्रति नागरिक आभारी है. आज उन्हें याद करने और नमन करने का वक्त है.
पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं. पीएम मोदी ने कहा, आज का दिवस ऐतिहासिक है. आज नहीं राह, नए संकल्प, नए सामर्थ के साथ कदम बढ़ाने का शुभअवसर है. आजादी के जंग में गुलामी का पूरा काल खंड संघर्ष में बीता है. हिंदुस्तान का कोई कोना ऐसा नहीं था, कोई काल ऐसा नहीं था, जब देशवासियों ने सैकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग न की हो. जीवन न खंपाया हो. आहुती न दी हो. आज हम सब देशवासियों के लिए हर महापुरुष को , त्यागी को बलिदानी को नमन करने का अवसर है. उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प लेने का अवसर है.
पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 7.30 बजे तिरंगा फहराया. यह 9वां मौका है, जब उन्होंने भारत के पीएम के तौर पर स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया है.
Longest Speech of Indian Independence: देश की आजादी के बाद से 15 अगस्त को सबसे ज्यादा भाषण देने वाले प्रधानमंत्रियों की सूची में शीर्ष पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का स्थान है. नेहरू ने स्वतंत्रता दिवस पर कुल 17 बार देशवासियों को संबोधित किया. उनके बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 16 बार 15 अगस्त को भाषण दिया.
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लाल किले के आसपास भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. लाल किले और उसके आसपास एक मल्टी लेयर सिक्योरिटी की व्यवस्था की गई है. वहीं, राजधानी दिल्ली में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है. इस दौरान लाल किले के आसपास के कई रूट डायवर्ट भी रहेंगे. जिससे वाहन चालकों को कुछ परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है. मौसम विभाग ने इस दौरान हल्की बारिश का पूर्वानुमान भी जारी किया है.
गृह मंत्रालय के अनुसार, सुबह 7:06 बजे प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर फूल चढ़ाएंगे. इसके बाद 7:14 बजे वह राजघाट से लाल किले के लिए रवाना होंगे. 7:18 बजे लाहोरी गेट पर आरएम, आरआरएम और डिफेंस सिक्योरिटी पीएम को लेने जाएंगे. 7:20 बजे लाल किले पर गार्ड ऑफ ऑनर होगा. 7:30 बजे प्रधानमंत्री लाल किले की प्रचीर पर देश का तिरंगा फहराएंगे और फिर देश को संबोधित करेंगे. इसके बाद संबंधित राज्यों की राजधानियों, जिला मुख्यालयों, अनुमंडलों, प्रखंडों, ग्राम पंचायतों और गांवों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की रस्म सुबह 9 बजे के बाद शुरू होगी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली स्थित अपने आवास पर तिरंगा फहराया.
पीएम मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी हैं