अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैदराबाद के छात्र शेख अब्दुल अज़ीज़ की फ्लाइट में अचानक तबीयत बिगड़ी और वे गिर पड़े. अज़ीज़ को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन घटना के बाद से लगातार कई दिनों तक उनका कोई अता-पता नहीं मिलने से परिजन बेहद परेशान हैं. अज़ीज़ डैलस से दोहा जा रहे थे. परिवार ने विदेश मंत्रालय और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है.
परिजन ने बताया कि छात्र शेख अब्दुल अज़ीज़ अमेरिका के टेक्सास में मास्टर्स कर रहे हैं. 23 नवंबर को वे डैलस से दोहा की यात्रा के लिए निकले थे. सफर के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई और वे बेहोश होकर गिर गए. जिसके बाद से परिवार के संपर्क में नहीं हैं. परिवार ने विदेश मंत्रालय (MEA) और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से तत्काल मदद की गुहार लगाई है.
चक्कर आया और गिर गया छात्र
परिवार के मुताबिक अब्दुल अज़ीज़ (पासपोर्ट नंबर: S5085100) हैदराबाद के कंचनबाग स्थित श्रीदत्ता नगर के रहने वाले हैं. 23 नवंबर को फिनएयर की फ्लाइट AY1981 से डैलस से दोहा जा रहे थे. यात्रा के दौरान अचानक उन्हें चक्कर आया और वे फ्लाइट के अंदर ही फर्श पर गिर पड़े. इसके तुरंत बाद उन्हें ग्रेपवाइन हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां से बाद में उन्हें टेक्सास के अर्लिंग्टन में मिलवुड हॉस्पिटल शिफ्ट कर दिया गया.
माता-पिता से संपर्क में नहीं छात्र
घटना के बाद से अब्दुल अज़ीज़ ने अपने माता-पिता से कोई संपर्क नहीं किया है. उनके माता-पिता इस समय दोहा (कतर) में काम करते हैं और बेटे की हालत और लोकेशन को लेकर बेहद चिंतित हैं. परिवार का कहना है कि 23 नवंबर से लेकर अब तक उन्हें किसी तरह की विश्वसनीय जानकारी नहीं मिल सकी है.
विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार
अब्दुल अज़ीज़ के पिता शेख शमीम अहमद ने विदेश मंत्रालय, भारतीय दूतावास (US) और भारतीय वाणिज्य दूतावास, ह्यूस्टन से आग्रह किया है कि वे तुरंत उनके बेटे की स्वास्थ्य स्थिति और वर्तमान लोकेशन की जानकारी दें. उनका कहना है कि परिवार पिछले कई दिनों से तनाव में है और अब तक किसी अधिकारी या अस्पताल की ओर से कोई आधिकारिक अपडेट नहीं मिला है.
परिवार ने अनुरोध किया है कि अब्दुल अज़ीज़ की मेडिकल स्थिति, अस्पताल की रिपोर्ट और आगे की कार्रवाई के बारे में हर महत्वपूर्ण सूचना उन्हें जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाए. अभी तक इस मामले में भारतीय दूतावास या MEA की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
अब्दुल बशीर