सरकार ने 14 दवाओं के कॉम्बिनेशन को हानिकारक बताते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक कई ऐसे कॉम्बिनेशन बेचे जा रहे थे, जिनका सेवन लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. दरअसल, दो या दो से अधिक दवाओं के कुछ निश्चित डोज कॉम्बिनेशन के संयोजन को ही फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (FDC) कहा जाता है. अगर किसी दवा के साथ ऐसा पहली बार किया जा रहा है तो उसे न्यू ड्रग कहा जाता है.
बता दें कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) की संसदीय स्थायी समिति ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) के कामकाज पर अपनी 59वीं रिपोर्ट में कहा था कि कुछ राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरणों ने CDSCO से मंजूरी लिए बिना बहुत बड़ी संख्या में FDC के लिए मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस जारी किया था. इसका परिणाम यह हुआ कि बाजार में कई FDC (दवाएं) आ गईं. इनके प्रभाव और सुरक्षा की जांच नहीं की गई थी. ये दवाएं रोगियों की जान को खतरे में डालती थीं.
इससे पहले CDSCO ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ड्रग कंट्रोलर से एक अपील की थी. इसमें संबंधित निर्माताओं से 18 महीने के अंदर CDSCO के सामने पेश होकर FDC की सुरक्षा प्रभावकारिता साबित करने के लिए कहा गया था. इसमें विफल रहने वाले FDC के निर्माण और मार्केटिंग को देश में प्रतिबंधित माना जाएगा.
CDSCO को बड़ी संख्या में आवेदन मिले थे. इ्हें जांचने के लिए प्रो. सी.के. कोकाटे की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति बनाई गई थी. समिति ने एफडीसी के आवेदनों की जांच की. समय-समय पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को रिपोर्ट्स प्रस्तुत की गई. जिन FDC आवेदनों पर विचार किया जाना जरूरी है उन्हें ए , बी, सी और डी श्रेणी में वर्गीकृत किया गया. इन चार श्रेणियों में ए श्रेणी उन FDC की बनाई गई, जिन्हें तर्कहीन माना गया. ब्री श्रेणी उनकी बनी जिन्हें विशेषज्ञों के साथ और विचार-विमर्श की जरूरत है. इसके अलावा सी श्रेणी उन FDC की बनी, जिन्हें तर्कसंगत माना गया. वहीं, डी श्रेणी उन FDC की बनाई गई, जो तर्कसंगत तो हैं, लेकिन उनके डेटा की जरूरत है.
1988 से पहले से बनाई जा रही हैं 19 FDC
1. निमेसुलाइड + पेरासिटामोल डिस्पर्सिबल टैबलेट
2. पेरासिटामोल + फिनाइलफ्राइन + कैफीन
3. एमोक्सिसिलिन + ब्रोमहेक्सिन
4. फोल्कोडाइन + प्रोमेथाज़िन
5. इमिप्रामाइन + डायजेपाम
6. क्लोरफेनिरेमाइन मेलेट + डेक्सट्रोमेथोर्फन+ डेक्स्ट्रोमेथोरफान + गुइफेनेसिन + अमोनियम मेन्थॉल
7. क्लोरफेनिरामाइन मैलेट + कोडीन सिरप
8. अमोनियम क्लोराइड + ब्रोमहेक्सिन + डेक्सट्रोमेथॉर्फ
9. ब्रोमहेक्सिन + डेक्सट्रोमेथॉर्फन + अमोनियम क्लोराइड + मेन्थॉल
10. डेक्सट्रोमेथॉर्फन + क्लोरफेनिरामाइन + गुइफेनेसिन + अमोनियम क्लोराइड
11. कैफीन + पेरासिटामोल + फिनाइलफ्राइन + क्लोरफिरामाइन + गुइफेनेसिन
12. पेरासिटामोल + ब्रोमहेक्सिन + फिनाइलफ्राइन + क्लोरफेनिरामाइन + गुइफेनेसिन
13. सालबुटामोल + ब्रोमहेक्सिनि
14. क्लोरफेनिरामाइन + कोडीन फॉस्फेट + मेन्थॉल
15. फिनाइटोइन + फेनोबार्बिटोन सोडियम
16. पेरासिटामोल + प्रोपीफेनाजोन + कैफीन
17. अमोनियम क्लोराइड + सोडियम साइट्रेट + क्लोरफेनिरामाइन मैलेट + मेन्थॉल
18. सालबुटामोल + हाइड्रॉक्सीएथिलथियोफिलाइन (एटोफिलाइन) + ब्रोमहेक्सिन
19. क्लोरफेनिरामाइन मैलेट + अमोनियम क्लोराइड + सोडियम साइट्रेट
कुछ FDC का चल रहा परीक्षण
इनमें से कुछ संयोजनों के लिए, डेटा का परीक्षण किया जा रहा है और जल्द ही निष्कर्ष निकाला जाएगा. जबकि संयोजन इमिप्रामिन+ डायजे़पाम और क्लोरफेनिरामाइन मैलेट + अमोनियम क्लोराइड + सोडियम सिट्रट को भारत के ड्रग कंट्रोलर अथॉरिटी की विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा तर्कसंगत उपयोग के लिए स्वीकार किया गया है.
मिलन शर्मा