जानिए कौन से हैं वो 10 देश जिनसे भारत में आया सबसे ज्यादा निवेश

Foreign investment in India: भारत दौरे पर आए जापान के प्रधानमंत्री फिमियो किशिदा ने अगले 5 साल में भारत में 3.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने का ऐलान किया है. पिछले 20 साल में जापान ने भारत में सिर्फ 2.17 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है.

Advertisement
भारत में लगातार बढ़ रहा है विदेशी निवेश. (फाइल फोटो) भारत में लगातार बढ़ रहा है विदेशी निवेश. (फाइल फोटो)

Priyank Dwivedi

  • नई दिल्ली,
  • 21 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 6:30 PM IST
  • 20 साल में जापान ने भारत में लगाए 2.17 लाख करोड़ रुपये
  • भारत में ऑटो-इलेक्ट्रॉनिक्स में जापानी कंपनियों का दबदबा
  • भारत में सबसे ज्यादा विदेशी निवेश इस साल सिंगापुर से आया

जापान भारत में अगले 5 साल में तीन लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करने जा रहा है. भारत दौरे पर आए जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात के बाद इस बात का ऐलान किया. 

फुमियो किशिदा ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ऐलान किया कि जापान अगले 5 साल में भारत में 5 लाख करोड़ येन (करीब 3.2 लाख करोड़ रुपये) का निवेश करेगा. इससे दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे. 

Advertisement

प्रधानमंत्री किशिदा ने ये ऐलान ऐसे समय में किया है जब लगातार दो साल से भारत में जापान का निवेश घट रहा है. मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, 2019-20 में जापान ने भारत में 22 हजार 774 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जो 2020-21 में घटकर 14 हजार 441 करोड़ रुपये हो गया. 2021-22 में अप्रैल से दिसंबर तक जापान ने भारत में महज 6 हजार 814 करोड़ रुपये का निवेश किया है. 

किशिदा का ये ऐलान इसलिए भी बड़ा है क्योंकि जापान ने भारत में दो दशक में इतना ज्यादा निवेश नहीं किया है, जितना अगले 5 साल में करने की बात कही है. आंकड़ों के मुताबिक, जापान ने अप्रैल 2000 से दिसंबर 2021 तक भारत में 2.17 लाख करोड़ रुपये लगाए हैं. यानी, जापान ने 20 साल में जितना निवेश किया है, उससे डेढ़ गुना अगले 5 साल में करेगा. 

Advertisement

एक आंकड़ा ये भी है कि भारत के कुल विदेशी निवेश (FDI) में जापान की हिस्सेदारी लगातार कम हो रही है. एक समय जापान भारत में निवेश करने वाले देशों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हुआ करता था, आज 7वें नंबर पर है. जापान ने सबसे ज्यादा 31 हजार 588 करोड़ रुपये 2016-17 में निवेश किए थे. उस साल कुल FDI में जापान की हिस्सेदारी 10 फीसदी से भी ज्यादा थी. हालांकि, 2021-22 में जापान की ये हिस्सेदारी घटकर 2% पर आ गई है. 

ये भी पढ़ें-- PM मोदी ने जापान के PM को भेंट की चंदन की लकड़ी से बनी 'कृष्ण पंखी', जानें खासियत

तो सबसे ज्यादा निवेश कौन करता है?

भारत दुनिया के उन देशों में है, जहां विदेशी निवेश लगातार बढ़ रहा है. संयुक्त राष्ट्र से जुड़े UNCTAD की वर्ल्ड इन्वेस्टमेंट रिपोर्ट 2021 के मुताबिक, 2020 मंल सबसे ज्यादा विदेशी निवेश (FDI) हासिल करने वाले देशों की लिस्ट में भारत 5वें नंबर पर था. उससे ऊपर अमेरिका, चीन, हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर थे. 

मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के FDI डेटा के मुताबिक, भारत में सबसे ज्यादा निवेश सिंगापुर करता है. 2021-22 में सिंगापुर ने भारत में 86 हजार 780 करोड़ रुपये का निवेश किया है. दूसरे नंबर पर अमेरिका है, जिसने 55 हजार 811 करोड़ रुपये निवेश किए. 

Advertisement

सबसे ज्यादा निवेश कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर में

भारत में सबसे ज्यादा विदेशी निवेश कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के सेक्टर में होता है. 2021-22 में इस सेक्टर में 76 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का FDI आया है. दूसरे नंबर पर ऑटोमोबाइल सेक्टर है, जहां 43,884 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश आया है. उसके बाद 39,797 करोड़ रुपये सर्विस सेक्टर में; 22,141 करोड़ रुपये ट्रेडिंग में और 11,788 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश कंस्ट्रक्शन सेक्टर में आया है. 

भारत में ऑटो-इलेक्ट्रॉनिक्स में जापान का दबदबा

मेक इन इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक, भारत के ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में जापानी कंपनियों का दबदबा है. जापान की 1300 से ज्यादा ऑटो कंपनियां भारत में रजिस्टर्ड हैं, जिनमें टोयोटा, सुजुकी, यामाहा और होंडा जैसी कंपनियां शामिल हैं. वहीं, इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर से जुड़ी हिटाची, मित्सुबिशी, तोशिबा, कैनन, पेनासोनिक और सोनी जैसी कंपनियां भारत में रजिस्टर्ड हैं.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement