मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ के पार्टी छोड़ने की चर्चाएं हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ कांग्रेस का हाथ जोड़कर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इस बीच कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश से जब कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की खबरों को लेकर पूछा गया तो उन्होंने इस पर बात करने से इनकार कर दिया.
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा उत्तर प्रदेश के भदोही में है और अभी यात्रा रुकी हुई है क्योंकि राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड गए हुए हैं. जब दोपहर तीन बजे उनकी वापसी होगी तो यात्रा फिर से शुरू होगी. न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए जयराम रमेश ने कहा, "मैं सिर्फ काशी विश्वनाथ की बात करता हूं, कमलनाथ की नहीं."
सियासी गलियारों में चर्चा है कि कमलनाथ अपने सांसद बेटे नकुलनाथ और करीब एक दर्जन विधायक व पूर्व विधायकों के साथ बीजेपी की सदस्यता ले सकते हैं. इन अटकलों के बीच कमलनाथ, बेटे नकुल के साथ शनिवार को दिल्ली पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर कुछ ऐसा होगा तो आप लोगों को सबसे पहले सूचित करूंगा.
राज्यसभा सीट को लेकर कमलनाथ की नाराजगी!
सूत्रों की मानें तो कमलनाथ कांग्रेस द्वारा राज्यसभा सीट नहीं दिए जाने से नाराज हैं. बताया जा रहा है कि पिछले साल राज्य में हुए विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार को लेकर राहुल गांधी कमलनाथ से नाराज हैं और इसी के चलते उन्हें पार्टी ने राज्यसभा नहीं भेजा. अब इससे नाराज होकर कमलनाथ पार्टी छोड़ सकते हैं. विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद उन्होंने मध्य प्रदेश के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद जीतू पटवारी को राज्य की कमान सौंपी गई थी.
बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 230 सीटों में से 163 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी. वहीं कांग्रेस सिर्फ 66 सीटें जीतने में कामयाब रही. इस चुनाव में मिली हार को लेकर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था. पार्टी इस चुनाव में जीत के बड़े-बड़े दावे कर रही थी.
दिग्विजय ने खारिज किए दावे
कमलनाथ को लेकर चल रही इन अटकलों पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि मेरी कल रात कमलनाथ से बात हुई है. वो छिंड़वाड़ा में हैं. जिस आदमी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत नेहरू-गांधी परिवार के साथ की थी, उस आदमी से हम कैसे उम्मीद करें कि वो इंदिरा जी के परिवार को छोड़कर जाएगा. हमें तो ये उम्मीद भी नहीं करनी चाहिए.
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