होश संभालते ही मां को खोया, 4 साल की उम्र में पिता ने घर से निकाला...नानी के घर रहकर बेटी बनी स्टेट टॉपर

Bihar CBSE 10th topper girl Shreeja Story: CBSE बिहार की टॉपर श्रीजा (Shreeja) के सिर से 4 साल की उम्र में माँ का साया उठ गया था. इसके बाद पिता ने दूसरी शादी के लिए बेटी को घर से निकाल दिया था. मासूम को नाना-नानी ने पाला-पोसा और अब उस नातिन ने उनका नाम कर दिया. भावुक नानी एक इंटरव्यू में दामाद यानी श्रीजा के पिता को कोसते हुए कहती भी हैं, 'हमने तो 'पा' लिया और अब तुम 'पछताओ.'

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CBSE 10वीं रिजल्ट में श्रीजा को 99.4% नंबर मिले. CBSE 10वीं रिजल्ट में श्रीजा को 99.4% नंबर मिले.

सुजीत कुमार

  • पटना,
  • 25 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 12:16 PM IST
  • मां का साया छूटा तो पिता ने भी साथ छोड़ दिया था
  • 4 साल की उम्र से श्रीजा को नाना-नानी ने पाला
  • अब श्रीजा ने किया पूरे बिहार में टॉप
  • CBSE 10th रिजल्ट में 497 नंबर

CBSE 10th Result 2022 Toppers: सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट बीती 22 जुलाई को जारी हो चुका. इस बोर्ड परीक्षा में लड़कों के मुकाबले लड़कियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है. हर जगह टॉपर्स और अच्छे नंबर लाने वाले छात्र-छात्राओं की खबरें दिख रही हैं. लेकिन सोशल मीडिया पर बिहार की टॉपर बेटी श्रीजा (Shreeja) की सबसे ज्यादा चर्चा है. क्योंकि 99.4 फीसदी नंबर लाकर परिवार और प्रदेश का नाम रोशन करने वाली हिम्मती श्रीजा की कहानी दूसरों से कुछ हटकर है. 

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दरअसल, श्रीजा के होश संभालते ही उसके सिर से मां का साया उठ गया था. मां रुचि सोनी के देहांत के बाद पिता ने पांच साल की श्रीजा और उसकी छोटी बहन को घर में नहीं रखा. दोनों लड़कियों का पटना में रहने वाले नाना सुबोध कुमार, नानी कृष्णा देवी समेत मामा चंदन सौरभ और संकेत शेखर ने पाला पोसा.  

ननिहाल से मिली जानकारी के मुताबिक, श्रीजा 7वीं तक डीएवी पाटलिपुत्र की स्टूडेंट थीं और फिर आठवीं में उनका बोर्ड कॉलोनी स्थित डीएवी बीएसईबी में एडमिशन करवाया गया. अब सीबीएसई 10 वीं परीक्षा में 497 अंक (99.4 प्रतिशत) लाकर बिहार का नाम रोशन किया है. 

...तो आज दामाद के दरवाजे पर जश्न होता

एक इंटरव्यू में नानी अपने दामाद यानी श्रीजा के पिता को कोसते हुए कहा, ''आज हम लोग बहुत खुश हैं, क्योंकि मेरी बेटी (नातिन) ने नाम रोशन कर दिया है. इस खबर को सुनने वाले (श्रीजा के पिता) को लगा होगा कि आखिर उन्होंने बच्चों को छोड़कर कितना गलत कर दिया. हमने तो बच्चियों को पाल लिया, अब दामाद को पछताना पड़ेगा.  आज जो जश्न मन रहा है, यह उन्हीं के दरवाजे पर होता, लेकिन यह मेरे दरवाजे पर हो रहा है. मेरे जैसा कौन भाग्यशाली होगा.'' 

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पिता ने दूसरी शादी रचा ली थी 

मां की मौत के बाद चार साल की श्रीजा को नाना-नानी के भरोसे छोड़कर पिता ने दूसरी शादी रचा ली. यही नहीं, पिता पलटकर कभी यह जानने तक नहीं गया कि उनकी बेटियों किस हालत में हैं और क्या कर रही हैं? इस वीडियो इंटरव्यू को लोग बार-बार देख रहे हैं और श्रीजा के संघर्ष और हौसले को सलाम कर रहे हैं. देखें Video:-

इनको दिया सफलता का श्रेय 

श्रीजा ने भी दिल खोलकर अपनी सफलता का श्रेय नाना-नानी, मामा-मामी और अपने स्कूल टीचर्स को दिया. कोरोनाकाल में ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान डीएवी स्टूडेंट को कई परेशानियां भी आईं, लेकिन मेहनत और लगन से उसने बड़ी सफलता हासिल कर ली. स्कूल टीचर्स ने भी बताया कि पढ़ाई के अलावा श्रीजा को दूसरी चीजों से ज्यादा कोई मतलब नहीं होता था, उसने बिना ट्यूशन के यह मुकाम हासिल किया है.    

बिहार टॉपर श्रीजा को पप्पू यादव की पार्टी जन अधिकारी पार्टी  की ओर से 51 हजार की प्रोत्साहन राशि भेंट की गई. JAP की युवा विंग के अध्यक्ष राजू दानवीर ने श्रीजा के घर पहुंचकर चेक दिया और भविष्य में मदद करने आश्वासन भी दिया.

 

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