J-K में कांग्रेस लड़ेगी DDC चुनाव, MP में कम्प्यूटर बाबा का अवैध कब्जा खाली, सुनें 'आज का दिन'

जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषदों के लिए चुनाव और पंचायतों के लिए उपचुनाव की अधिसूचना गुरुवार 5 नवंबर को जारी हुई थी. अब पीपल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन और कांग्रेस ने घोषणा की है कि वो इन चुनावों में हिस्सा लेंगे.

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सांकेतिक तस्वीर-PTI सांकेतिक तस्वीर-PTI

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 9:03 AM IST

जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषदों के लिए चुनाव और पंचायतों के लिए उपचुनाव की अधिसूचना गुरुवार 5 नवंबर को जारी हुई थी. अब पीपल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन और कांग्रेस ने घोषणा की है कि वो इन चुनावों में हिस्सा लेंगे. चुनाव 20 ज़िलों में 28 नवंबर से 22 दिसंबर तक आठ चरणों में संपन्न होने हैं. जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष जीए मीर ने कहा कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर की सबसे पुरानी पार्टी है और डीडीसी चुनावों में बीजेपी को खुला रास्ता नहीं दिया जा सकता है. कांग्रेस कभी भी लोकतांत्रित प्रक्रिया से अलग नहीं रही है लिहाजा ये चुनाव लड़ा जाएगा. 2019 में जीए मीर ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन चुनावों का बहिष्कार किया था ऐसे में सवाल उठता है कि कांग्रेस अपनी बात से पलटकर अब ये चुनाव क्यों लड़ना चाह रही है?

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मध्य प्रदेश के इंदौर में नामदेव दास त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा के खिलाफ रविवार को अवैध कब्जे के मामले में कार्रवाई की गई. बाबा के गोम्मट गिरी वाले आश्रम को प्रशासन ने तोड़ दिया और बाबा को प्रिवेंटिव डिटेंशन के तहत हिरासत में लेकर जेल भेज दिया. कम्प्यूटर बाबा वही हैं जिन्होंने हाल ही में मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में शिवराज सरकार के खिलाफ लोकतंत्र बचाओ यात्रा भी निकाली थी. ख़ास बात ये है कि 2018 में शिवराज सिंह की सरकार में ही उन्हें  राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था. लेकिन, सरकार बदली तो बाबा ने भी खेमा बदल लिया और कांग्रेस में चले आए और अब जब दोबारा बीजेपी की सरकार सूबे में आई तो उनके ख़िलाफ़ ये कार्रवाई हो गई. इसे लेकर सियासत भी तेज़ हो गई है.

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आज के इलैक्ट्रॉनिक युग में सबसे बड़ी समस्या है अपने पर्सनल डेटा को बचा के रख पाना और यही नहीं हो पा रहा है. आए दिन कहीं न कहीं से डेटा लीक होने की ख़बरें आ जाती हैं. ताज़ा मामला ई-कॉमर्स ग्रॉसरी कंपनी बिगबास्केट से जुड़ा है. ख़बर है कि किराना सामान की ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनी बिगबास्केट के डेटा चोरी हो गया है और 2 करोड़ यूजर्स का डेटा लीक हो गया है. साइबर इंटेलिजेंस कंपनी साबइल का कहना है कि डार्क वेब की रेगुलर निगरानी के दौरान उसकी रिसर्च टीम ने पाया कि साइबर क्राइम मार्केट में बिगबास्केट का डेटाबेस 40,000 डॉलर में बेचा जा रहा है.

लद्दाख में पारा दिन ब दिन गिर रहा है लेकिन भारत और चीन के बीच सेनाओं को पीछे हटाने को लेकर अब तक कोई सहमति बन नहीं पाई है. अप्रैल से लेकर अब तक भारत और चीन के बीच आठ बार सैन्य और राजनयिक स्तर पर विवाद को सुलझाने के लिए बात हो चुकी है.  6 नवंबर को चुशुल में कोरो कमांडर लेवल की 8वें दौर की वार्ता हुई थी.

इन सभी खबरों पर चर्चा के अलावा देश विदेश के अख़बारों से पढ़कर सुनाएंगे सुर्खियां और बताएंगे आज के दिन की हिस्टॉरिकल इम्पोर्टेंस, तो सुनिए 'आज का दिन' अमन गुप्ता के साथ

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