जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार लगातार कड़े कदम उठा रही है. इस बीच दिल्ली में एक सर्वदलीय बैठक हो रही है जिसमें तमाम दलों के नेता पहुंचे हैं. गुरुवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर और गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. इसके अलावा विदेश मंत्रालय (MEA) में भी एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें कई देशों के राजदूतों को तलब किया गया था. 26/11 मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को परिवार से बात करने की इजाज़त नहीं मिली है. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी है.पढ़ें आज की पांच बड़ी खबरें-
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पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े फैसले लिए हैं. इससे पाकिस्तान की छटपटाहट साफ देखी जा सकती है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने आज आनन-फानन में नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (NSC) की बैठक बुलाई. इसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद पैदा हुई स्थिति और भारत के कदमों पर चर्चा हुई. बैठक के बाद पाकिस्तान ने कई फैसले लिए हैं.
LIVE: राष्ट्रपति से मिले अमित शाह और एस जयशंकर, MEA में हुई कई देशों के राजदूतों की बैठक
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर भारत सरकार ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. बुधवार को पाकिस्तान के खिलाफ 5 कड़े फैसले लेने के बाद अब आज गुरुवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर और गृहमंत्री अमित शाह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करने पहुंचे. यह उच्चस्तरीय बैठक सुरक्षा स्थिति की गंभीरता और आगामी रणनीतियों पर चर्चा के लिहाज से अहम मानी जा रही है.
तहव्वुर राणा को कोर्ट से झटका, परिवार से बात करने की नहीं मिली इजाज़त
26/11 मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को परिवार से बात करने की इजाज़त नहीं मिली है. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी है. कोर्ट में ये सुनवाई इन-कैमरा यानी बंद कमरे में हुई थी और कोर्ट ने अपना आदेश कल सुरक्षित रख लिया था, जिसे आज सुनाया गया.
चिकन नेक से Ground Report: 3 दिन में 3 देश...नेपाल और भूटान सीमा पर खुली आवाजाही, एजेंट बोला- जेब में हो टका तो बिना कागज पहुंचेंगे ढाका!
पश्चिम बंगाल का सिलीगुड़ी कॉरिडोर! लगभग 22 किलोमीटर चौड़ा ये हिस्सा नॉर्थ-ईस्ट के आठ राज्यों को बाकी देश से जोड़ता है. गलियारा इसलिए भी संवेदनशील है, क्योंकि इससे तीन देशों बांग्लादेश, नेपाल और भूटान की सीमाएं सटी हैं. तीनों ही चीन की गुडबुक में आने की होड़ लगाए हुए हैं. कुल मिलाकर, चिकन नेक के आकार वाला हिस्सा फिलहाल देश का सबसे नाजुक भाग बना हुआ है. क्रॉस बॉर्डर आवाजाही और तस्करी कथित तौर पर यहां आम है.
मधुबनी में अचानक अंग्रेजी में क्यों बोलने लगे पीएम मोदी, आतंकवाद पर पूरी दुनिया को दिया क्लियर मैसेज
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पहली बार किसी जनसभा को संबोधित किया. बिहार के मधुबनी में पीएम मोदी पहलगाम हमले पर बोल रहे थे लेकिन उन्होंने बीच में अचानक अंग्रेजी में अपना संबोधन शुरू कर दिया. आमतौर पर ऐसा कम होता है जब पीएम मोदी देश में किसी रैली के दौरान अंग्रेजी में भाषण दें, विदेश दौरे या विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के साथ साझा बयान में वह अंग्रेजी में संबोधन देते हैं. लेकिन बिहार की धरती पर ऐसा करना सामान्य नहीं था.
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