15 साल बाद नौकरी छोड़ गांव लौटा इंजीनियर, ड्रैगन फ्रूट की खेती ने किया मालामाल

पंजाब के पठानकोट के निवासी रमन बीटेक हैं. रमन ने 15 साल तक दिल्ली में नौकरी की है. मगर नौकरी में उनका मन नहीं लगा. वे गांव लौटकर खेती करने लगे. रमन स्ट्रॉबेरी व ड्रैगन फ्रूट (Dragon fruit) उगाकर लाखों कमा रहे हैं. अन्य किसानों को भी इसके गुर सिखा रहे हैं.

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इंजीनियर ने खेती में शुरू किया ऐसा प्रयोग कि होने लगी लाखों की इनकम. (Photo: Aajtak) इंजीनियर ने खेती में शुरू किया ऐसा प्रयोग कि होने लगी लाखों की इनकम. (Photo: Aajtak)

पवन सिंह

  • पठानकोट,
  • 29 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 7:59 AM IST
  • पठानकोट के रहने वाले रमन बने मिसाल
  • परंपरागत खेती से हटकर कर रहे बागवानी

पंजाब के पठानकोट में रहने वाले रमन सलारिया ने B. tec करने के बाद करीब 15 साल तक दिल्ली में नौकरी की, लेकिन उनका मन नहीं लगा. अंतत: रमन नौकरी छोड़कर गांव आ गए. रमन ने गांव में आकर खेती शुरू की. उन्होंने अपना हुनर बागवानी में दिखाया. पहले ड्रैगन फ्रूट (Dragon fruit) पर बागवानी की. इससे उन्हें लाखों का मुनाफा हुआ. अब रमन ड्रैगन फ्रूट के साथ साथ स्ट्रॉबेरी (strawberries) की खेती कर दूसरे किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं.

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पढ़ाई करने के बाद ज्यादातर नौजवान बड़ी कंपनियों में काम करना मुनासिब समझते हैं, लेकिन गांव जंगला के रहने वाले रमन सलारिया ने अलग ही राह चुनी. रमन ने Btec करने के बाद करीब 15 साल दिल्ली के मेट्रो में सिविल इंजीनियरिंग की, लेकिन रमन अपने गांव में खेती से लगाव होने के कारण वापस आ गए. रमन ने पहले ड्रैगन फ्रूट (Dragon fruit) की खेती करनी शुरू की. इसमें मुनाफा होने लगा. इसके चलते अब रमन ने ड्रैगन फ्रूट के साथ-साथ स्ट्रॉबेरी की भी खेती शुरू कर दी है. इस बार रमन को स्ट्रॉबेरी में काफी मुनाफा हो रहा है.

3 से 4 लाख तक का कमाया जा सकता है मुनाफा

इस बारे में जब रमन सलारिया से बात की तो उन्होंने कहा कि करीब 1 एकड़ में स्ट्रॉबेरी लगाई हुई है, जिसमें मुनाफा होना शुरू हो गया है. रमन ने कहा कि वह ड्रैगन फ्रूट के साथ स्ट्रॉबेरी, हल्दी, फूल और अलग-अलग चीजों की खेती सीजन के हिसाब से कर रहे हैं, लेकिन इस बार स्ट्रॉबेरी में अच्छा मुनाफा हुआ है. रमन ने बताया कि स्ट्रॉबेरी में 1 एकड़ में करीब 3 से 4 लाख तक मुनाफा कमाया जा सकता है. रमन सलारिया ने दूसरे किसानों को भी रिवायती खेती से बाहर आकर मल्टी क्रॉपिंग खेती करने के लिए प्रेरित किया है.

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