चुनाव और नवरात्रि के त्योहारी सीजन से पहले एक बार मुंबई में मराठी बनाम गुजराती शुरू हो गया है. उद्धव ठाकरे, शिव सेना और एमएनएस ने घाटकोपर इलाके में गुजराती बोर्डों में तोड़फोड़ की, जहां गुजराती आबादी बहुत ज्यादा है. बीजेपी नेता ने यूबीटी सेना और एमएनएस को मुंबई में उर्दू बोर्ड हटाने की चुनौती दी है. बीजेपी नेता प्रवीण छेड़ा ने कहा कि गुजराती सॉफ्ट टारगेट होने के कारण वे ऐसा कर रहे हैं, लेकिन इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
कुछ ही दिनों में मुंबई में गुजराती बोर्ड में तोड़फोड़ की दो घटनाएं हो चुकी हैं. दोनों घटनाएं गुजरात के घाटकोपर बहुल इलाके की हैं. इससे पहले मारू घाटकोपर बोर्ड पर उद्धव ठाकरे की सेना ने तोड़फोड़ की थी और उद्धव बालासाहेब ठाकरे का बैनर लगाया था. अब कल घाटकोपर में एमएनएस द्वारा आरबी मेहता चौक बोर्ड पर तोड़फोड़ की गई. बीजेपी ने इस एक्ट का कड़ा विरोध किया है.
भाजपा नेता प्रवीण छेड़ा ने कहा कि सभी गुजराती बोर्ड कई वर्षों से कायम हैं. मारू घाटकोपर बोर्ड 2016 में रखा गया था तो मनसे और उद्धव ठाकरे सेना अब इसका विरोध क्यों कर रही है. प्रवीण छेड़ा ने कहा, 'हमें शांति पसंद है. नवरात्रि का त्योहार नजदीक है, यह सब शांति भंग करने के लिए किया गया है. हम मराठी समुदाय का सम्मान करते हैं और इतने सालों से यहां रह रहे हैं. बोर्ड पर मराठी, अंग्रेजी और गुजराती में लिखा था. वे बस यही चाहते हैं. तनाव पैदा करें. लेकिन इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.'
छेड़ा ने आगे कहा, 'घाटकोपर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर गोवंडी, बेहरामपाड़ा, भिंडी बाजार और नागपाड़ा है, वहां सभी बोर्ड उर्दू में लिखे हुए हैं, क्या एमएनएस और उद्धव ठाकरे सेना उन उर्दू बोर्डों को हटा देगी, मैं उन्हें ऐसा करने की चुनौती देता हूं. हमने मुंबई पुलिस को लिखा ताकि समाज में शांति बनी रहे.'
मुंबई पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और गुजराती बोर्ड में तोड़फोड़ करने वाले एमएनएस कार्यकर्ताओं की भी तलाश कर रही है.
सौरभ वक्तानिया