सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता आशीष शेलार ने कहा कि हम अजित पवार को ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) विधायक दल का नेता मानते हैं. उनके पत्र के आधार पर ही राज्यपाल ने शपथ दिलाई थी. जयंत पाटिल का दावा सिर्फ प्रतिदावा है और अधिकार है. इस मामले में कानूनन प्रक्रिया के तहत कार्यवाही होनी चाहिए. शेलार ने कहा, विधायक दल के नेता के बदलाव की सूचना राज्यपाल को नहीं दी गई है.
बात दें, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने जयंत पाटिल को विधायक दल का नेता बनाया है. महाराष्ट्र विधानसभा के सचिव ने इसकी जानकारी दी. एनसीपी के पत्र के आधार पर अब विधानसभा में एनसीपी विधायक दल के नेता जयंत पाटिल होंगे और उनका व्हीप ही अंतिम होगा.
दो दिन पहले एनसीपी ने अजित पवार को हटाकर जयंत पाटिल को विधायक दल का नया नेता चुना था. इससे पहले अजित पवार इस पद पर थे. आगे के सारे अधिकार शरद पवार और प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते पाटिल को दिए गए हैं. आगे क्या रणनीति अपनानी है, क्या करना है, वह शरद पवार तय करेंगे.
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