महाराष्ट्र में बीते एक साल में कैंसर से हुई 5727 मरीजों की मौत

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सदन में बताया, पिछले साल राज्य में कैंसर के 11,306 मामले सामने आए, इनमें से 5727 मरीजों की मौत हुई.

Advertisement
महाराष्ट्र में पिछले साल कैंसर से 5727 मरीजों की मौत हुई.(फोटो-PTI) महाराष्ट्र में पिछले साल कैंसर से 5727 मरीजों की मौत हुई.(फोटो-PTI)

aajtak.in

  • मुंबई,
  • 04 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 11:11 PM IST

  • महाराष्ट्र में 3000 कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए सिर्फ एक डॉक्टर उपलब्ध
  • महाराष्ट्र में पिछले एक साल में कैंसर के 11,306 मामले सामने आए

महाराष्ट्र में कैंसर की बढ़ती समस्या की स्थिति से निपटने के मुद्दे को लेकर विधान परिषद् में मंगलवार को विपक्ष ने आक्रामक रुख अपनाते हुए सरकार से जवाब मांगा. विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया, पिछले साल राज्य में कैंसर के 11,306 मामले सामने आए. इनमें से 5727 मरीजों की मौत हुई. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में सामने आये कैंसर के कुल मामलों के 9 प्रतिशत केस महाराष्ट्र के अस्पतालों में दर्ज़ किए गए. इस सन्दर्भ में विपक्ष ने सरकार से राज्य में कैंसर के मरीजों को इलाज के लिए मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी मांगी.

Advertisement

यह भी पढ़े-महाराष्ट्र सरकार की डब्बावालों को सौगात, PM आवास योजना के तहत मिलेगा घर

विपक्ष को जवाब देते हुए राजेश टोपे ने कहा,'राज्य के 36 जिला अस्पतालों में से 11 जिला अस्पतालों में कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए केमोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध कराने की जरूरत है. इन अस्पतालों के कर्मचारियों और डॉक्टरों को मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल में केमोथेरेपी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना के अंर्तगत आने वाले प्राइवेट अस्पतालों में कैंसर के इलाज की उचित सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है."

यह भी पढ़े-उद्धव ठाकरे सात मार्च को जाएंगे अयोध्या, रामलला के करेंगे दर्शन

स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दरेकर ने राज्य में 3000 कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए औसतन एक विशेषज्ञ डॉक्टर होने के आंकड़ों को लेकर सवाल पूछा. इस तथ्य को स्वीकारते हुए राजेश टोपे ने जवाब देते हुए कहा, 'एक साल के अंदर राज्य के सभी 36 जिला अस्पतालों के कर्मचारियों और चिकित्सकों को केमोथेरेपी का प्रशिक्षण दिया जाएगा."

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement