महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाई गई है. अधिक टेस्ट हो रहे हैं, इसलिए संक्रमण के अधिक मामले सामने आ रहे हैं. सीएम उद्धव ने रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमने प्रदेश में एक नया अभियान भी शुरू किया है, जिसे 'चेज दी वायरस' नाम दिया गया है. उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में अधिकारी लॉकडाउन की अनुमति मांग रहे हैं.
सीएम उद्धव ने कहा कि लोग नियमों का पालन नहीं करते हैं, तब ऐसा करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से गरीबों को राशन उपलब्ध कराने के लिए पीएम गरीब कल्याण योजना की अवधि भी तीन महीने बढ़ाने की मांग की है. उद्धव ने कहा कि हम स्कूल और शैक्षणिक संस्थान शुरू करने की बजाय शिक्षा शुरू करने पर ध्यान दे रहे हैं.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि मॉनसून का मौसम खुशियां लाता है, लेकिन साथ ही प्राकृतिक आपदाएं भी आती हैं. उन्होंने डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाव के लिए साफ-सफाई रखने की अपील करते हुए कहा कि कुछ क्षेत्रों में लोग ऐसा व्यवहार कर रहे हैं मानो सब कुछ खत्म हो गया हो. सीएम उद्धव ने कहा कि हमें जल्द ही रेमेडिसिवर और फ्लैबिपिरवीर का स्टॉक मिलने वाला है. हम उसे मुफ्त देने की सोच रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि जो डॉक्टर 60 साल से अधिक उम्र के हैं या अस्पताल से दूर हैं, महाराष्ट्र को उनके अनुभव की जरूरत है. मुख्यमंत्री ने कोरोना के उपचार को लेकर कहा कि डेक्सामेथासोन हमारे डॉक्टर पहले से ही इस्तेमाल कर रहे हैं. अब प्लाज्मा थेरेपी के परिणाम भी दिख रहे हैं. उन्होंने जहां भी जरूरत हो, अतिरिक्त सतर्कता बरतने की अपील करते हुए कहा कि हम केवल कोरोना पर ही नहीं अटके रहे.
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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि आपदा के इस समय में भी निवेशक महाराष्ट्र पर भरोसा जता रहे हैं. हमने इस दौरान 16000 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र, देश का कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्य है.
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