रेलवे का दावा- महाराष्ट्र के लिए की थी 125 ट्रेनों की पेशकश

रेलवे ने कहा है कि महाराष्ट्र से श्रमिकों को निकालने के लिए 125 ट्रेनों की पेशकश की गई थी, लेकिन राज्य सरकार 25 मई को सुबह 2 बजे तक 41 ट्रेने की जानकारी दे पाई.

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प्रवासी श्रमिकों के लिए ट्रेन चलाने के मुद्दे पर विवाद (फाइल फोटो-PTI) प्रवासी श्रमिकों के लिए ट्रेन चलाने के मुद्दे पर विवाद (फाइल फोटो-PTI)

मिलन शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 26 मई 2020,
  • अपडेटेड 4:32 PM IST

  • महाराष्ट्र के लिए 125 ट्रेनों की पेशकश का किया दावा
  • सिर्फ 41 ट्रेनों की मिली राज्य सरकार से जानकारी-रेलवे

प्रवासी श्रमिकों के लिए ट्रेन चलाने के मुद्दे पर केंद्र और महाराष्ट्र सरकार के बीच जारी विवाद के बाद रेलवे ने बयान जारी किया है. रेलवे ने कहा है कि महाराष्ट्र से श्रमिकों को निकालने के लिए 125 ट्रेनों की पेशकश की गई थी, लेकिन राज्य सरकार 25 मई को सुबह 2 बजे तक 41 ट्रेनों को ही स्वीकृति दे पाई.

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रेलवे ने जारी बयान में कहा कि इन 41 ट्रेनों में से भी केवल 39 ही चल सकीं क्योंकि स्थानीय प्रशासन यात्रियों को स्टेशन तक नहीं पहुंचा सका, और बाद में दो ट्रेनों को कैंसिल करना पड़ा.

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रेल मंत्रालय ने कहा कि सावधानीपूर्वक योजना बनाने और निरंतर प्रयास के बाद रेलवे ने अपने संसाधनों को बहुत कम समय में जुटाया और 26 तारीख को महाराष्ट्र के लिए 145 श्रमिक ट्रेनों को तैयार किया. ये ट्रेन 26 मई को महाराष्ट्र से चलनी थीं.

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दोपहर 12 बजे तक, महाराष्ट्र से 25 ट्रेनों को चलाने की योजना थी, लेकिन यात्रियों की कमी के चलते कोई ट्रेन रवाना नहीं हुई. पहली ट्रेन दोपहर 12.30 बजे छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से रवाना हो सकी.

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रेलवे के मुताबिक आज यानी 26 मई को उत्तर प्रदेश के लिए 68, बिहार के लिए 27, पश्चिम बंगाल के लिए 41, छत्तीसगढ़ के लिए 1, ओडिशा के लिए 2, तमिलनाडु के लिए 2, राजस्थान, झारखंड, उत्तराखंड और केरल के लिए एक एक ट्रेन चलनी है.

क्या है ये ट्रेन विवाद

दरअसल, रविवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उद्धव सरकार पर तंज भरे ट्वीट किए थे. पीयूष गोयल ने कहा था कि कल हम महाराष्ट्र को 125 श्रमिक स्पेशल ट्रेन देने के लिए तैयार हैं. उम्मीद है कि पहले की तरह ट्रेन स्टेशन पर आने के बाद वापस खाली नहीं जाएगी. जितनी ट्रेनें चाहिए, वो उपलब्ध होंगी.

संजय राउत-पीयूष गोयल में ट्विटर वॉर

बता दें कि कोरोना संकट के बीच सबसे बड़ी चुनौती प्रवासी मजदूरों को उनके घर वापस पहुंचाने को लेकर सामने आई है. इसी मसले केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और शिवसेना के सांसद संजय राउत के बीच ट्विटर पर जंग छिड़ी है. संजय राउत ने ट्वीट कर पीयूष गोयल से सवाल किया. लिखा कि जब नागपुर से उधमपुर के लिए 14 मई को ट्रेन गई थी, तो क्या तब आपने कोई लिस्ट ली थी? क्या आप बताएंगे कि ट्रेन का प्रबंध करने के बाद आपने लोगों को इकट्ठा करने के लिए क्या कदम उठाए? आप अब लिस्ट के लिए क्यों पूछ रहे हो? मत भूलें कि आप राज्यसभा में महाराष्ट्र का ही प्रतिनिधित्व करते हैं.

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