बॉम्बे HC के न्यायमूर्ति ने पेंडिंग केस निपटाने को रात 3:30 बजे तक की सुनवाई

बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस एसजे कथावाला ने गर्मी की छुट्टी से पहले लंबित मुकदमों को निपटाने के लिए सुबह साढ़े तीन बजे तक लगातार सुनवाई करके इतिहास रच दिया. शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में मुकदमों की सुनवाई रोजाना की तरह अपने निर्धारित समय से शुरू हुई, लेकिन यह रोजाना की तरह निर्धारित समय से खत्म नहीं हुई, बल्कि अगले दिन सुबह साढ़े तीन बजे तक चलती रही. जस्टिस कथावाला सुबह तीन बजकर 30 मिनट तक मुकदमों की सुनवाई करते रहे.

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जस्टिस कथावाला जस्टिस कथावाला

राम कृष्ण

  • मुंबई,
  • 06 मई 2018,
  • अपडेटेड 12:02 AM IST

बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस एसजे कथावाला ने गर्मी की छुट्टी से पहले लंबित मुकदमों को निपटाने के लिए सुबह साढ़े तीन बजे तक लगातार सुनवाई करके इतिहास रच दिया. शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में मुकदमों की सुनवाई रोजाना की तरह अपने निर्धारित समय से शुरू हुई, लेकिन यह रोजाना की तरह निर्धारित समय से खत्म नहीं हुई, बल्कि अगले दिन सुबह साढ़े तीन बजे तक चलती रही. जस्टिस कथावाला सुबह तीन बजकर 30 मिनट तक मुकदमों की सुनवाई करते रहे.

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इतना ही नहीं, दो हफ्ते पहले भी उन्होंने अपने चेंबर में देर रात तक मामलों की सुनवाई की थी. कथावाला के इस कदम से मुकदमों के पक्षकार और वहां वकील भी खुश नजर आए. ये सभी रातभर बॉम्बे हाईकोर्ट में फोटो क्लिक करते रहे और सोशल मीडिया पर शेयर करते रहे. यह पहली बार है, जब किसी हाईकोर्ट के जस्टिस द्वारा मुकदमों की सुनवाई अगले दिन सुबह तक की.

वहीं, जस्टिस कथावाला के इतर अन्य सभी न्यायमूर्ति शाम पांच बजते ही मामलों की सुनवाई बंद करके अपने घर को चले गए. हालांकि न्यायमूर्ति कथावाला ने लंबित मुकदमों की सुनवाई सुबह तक जारी रखी. वो इस कोशिश में लगे रहे कि पांच मई से कोर्ट में गर्मी की छुट्टियां शुरू हो रही हैं, तो ज्यादा से ज्यादा मामलों का निपटारा कर दिया जाए. इस दौरान कथावाला ने कई मामलों की सुनवाई करने के साथ ही याचिकाओं पर जरूरी निर्देश भी जारी किए.

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जस्टिस कथावाला की अदालत में मौजूद रहे एक वरिष्ठ वकील ने बताया कि शुक्रवार रात बॉम्बे हाईकोर्ट का कोर्ट रूम नंबर 20 उन वकीलों से खचाखच भरा रहा, जिनके मामलों की सुनवाई चल रही थी. कथावाला की कोर्ट में अर्बिटेशंस, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स और कमर्शियल से जुड़े मामलों की सुनवाई होती है. वो रोजाना तकरीबन 100 मामलों की सुनवाई करते हैं. ज्यादातर वकीलों का कहना है कि उन्होंने आज तक ऐसा नहीं सुना है कि कोई कोर्ट सुबह तक लगातार चली हो.

बॉम्बे हाईकोर्ट में मौजूद लोगों का कहना है कि इस दौरान जस्टिस कथावाला ने लंबा ब्रेक भी नहीं लिया. प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों के वकील आशीष मेहत का कहना है कि उनके मामले की सुनवाई पूरी हो गई, लेकिन वो इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए देर तक कोर्ट में मौजूद रहे.

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