'2019 में मैं लाडकी बहिण थी, अब माल हो गई?', शिवसेना MP की माफी पर शाइना एनसी ने उठाए सवाल

मुंबा देवी सीट से शिवसेना शिंदे की उम्मीदवार शाइना एनसी को 'इम्पोर्टेड माल' कहने के बाद शिवसेना यूबीटी के अरविंद सावंत ने अपने बयान पर माफी मांग ली है. उनके माफी मांगने के बाद शाइना एनसी का बयान सामने आया है.

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अरविंद सावंत और शाइना एनसी अरविंद सावंत और शाइना एनसी

सौरभ वक्तानिया

  • मुंबई,
  • 02 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 8:58 PM IST

मुंबा देवी सीट से शिवसेना शिंदे की उम्मीदवार शाइना एनसी को 'इम्पोर्टेड माल' कहने के बाद शिवसेना यूबीटी के अरविंद सावंत ने अपने बयान पर माफी मांग ली है. उनके माफी मांगने के बाद शाइना एनसी का बयान सामने आया है. शाइना ने कहा कि उनके बगल में बैठे अमीन पटेल हंस रहे थे. क्या वह अपनी बहन और समुदाय की बहन के लिए भी ऐसा ही करेंगे. 

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शाइना ने कहा कि तीन पीढ़ियों से मेरा परिवार दक्षिण मुंबई के लिए काम कर रहा है. संजय राउत को इस बयान से कोई दिक्कत नहीं है. 30 घंटे बाद माफी आती है. संजय राउत इसे सही कहते हैं और अरविंद सावंत माफी देते हैं. उन्होंने कहा, मैं पूछना चाहती हूं कि महा विनाश अघाड़ी का क्या रुख है. आप एक महिला को निशाना बनाते हैं, आप 30 घंटे बाद नागपाड़ा पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करने के बाद ही माफी मांगते हैं. मैंने 2014 और 2019 में उनके लिए प्रचार किया था, उस समय मैं लड़की बहन थी और अब मैं माल हूं? 

शिवसेना शिंदे की उम्मीदवार शाइना एनसी ने कहा कि मुंबादेवी निर्वाचन क्षेत्र की 15 हजार मुस्लिम महिलाओं को लड़की बहन योजना का लाभ मिला है. मां मुंबादेवी की बेटी लड़ेगी और जीतेगी. यह वही संजय राउत हैं जो दो घंटे में मीडिया को बाइट देते हैं लेकिन महिलाओं पर उनका रुख देखिए. मैं एमवीए का आधिकारिक रुख जानना चाहती हूं. अमीन पटेल हंस रहे थे. अगर मैं उन्हीं के समुदाय से होती तो क्या वह तब भी मुस्कुराते? शाइना एनसी ने कहा कि प्रियंका गांधी और बाकी लोग चुप क्यों हैं? मां मुंबादेवी का आशीर्वाद है मैं उनकी बेटी हूं और जरूर जीतूंगी.

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महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने की निंदा 
शिवसेना (यूबीटी) नेता अरविंद सावंत की टिप्पणी पर महाराष्ट्र के मंत्री और सावंतवाड़ी से शिवसेना उम्मीदवार दीपक केसरकर ने कहा, 'ऐसी टिप्पणियां बहुत बुरी हैं और हमारी संस्कृति के खिलाफ हैं. महिलाओं का सम्मान करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है. अगर बालासाहेब ठाकरे यहां होते तो वह अरविंद सावंत को जरूर डांटते.'

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