जालसाजी का ये भी तरीका, कंपनी ने निकाला तो पत्नियों के जरिए कर रहे धोखाधड़ी

शिकायतकर्ता की मानें तो कंपनी के पुराने कर्मचारी, जिन्हें वित्तीय गड़बड़ियों की वजह से कंपनी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया था. ऐसे कुछ लोगों ने मिलकर अब ग्राहकों से पैसा लेकर अपने ऐशो आराम में खर्च किए.

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जबलपुर की घटना जबलपुर की घटना

विवेक शुक्ला / सुरभि गुप्ता

  • जबलपुर,
  • 13 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 2:55 AM IST

जबलपुर में जालसाजी का एक नया ही मामला सामने आया है. जिले के सिहोरा थाने की पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक इंडसवर्ड्स नाम की एक बड़ी फाइनेंस कंपनी में काम कर रहे कुछ लोगों को कंपनी ने वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप पर बाहर निकाल दिया. मामला कुछ महीने पहले का है. मजे की बात ये है कि कंपनी में तब कार्यरत इन्हीं लोगों ने अपनी पत्नी के नाम पर एजेंट कोड जारी कराया और भोलेभाले लोगों से जमकर निवेश कराने शुरू कर दिए.

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कंपनी के नाम पर की धोखाधड़ी
पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक इन्डसवर्ड्स के नाम पर पंचमलाल पटेल (पत्नी- उमा बाई पटेल, ग्राम उमरिया, थाना गोसलपुर, जिला जबलपुर), एस एस ठाकुर (पत्नी- साहिब सिंह ठाकुर, सिल्वर ओक हॉस्पिटल के पास रसल चौक), विजय सिंह बघेल (पत्नी- संगीता सिंह बघेल, चन्द्रा मंगल बरात भवन के पास इन्द्रा नगर रीवा) इन तीनों ने कंपनी का नाम लेकर निवेश के लिए अपनी-अपनी पत्नियों के नाम पर ग्राहकों से पैसे वसूले और उन पैसों को कंपनी में न जमा कराकर अपने निजी कामों में इस्तेमाल किया. मामले का खुलासा तब हुआ, जब तय समय के बाद लोगों ने अपनी रकम वापस मांगी.

आम जनता की गाढ़ी कमाई को डकार रहे कथित कंपनी एजेंट
शिकायतकर्ता की मानें तो कंपनी के पुराने कर्मचारी, जिन्हें वित्तीय गड़बड़ियों की वजह से कंपनी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया था. ऐसे कुछ लोगों ने मिलकर अब ग्राहकों से पैसा लेकर अपने ऐशो आराम में खर्च किए और जब ग्राहक को तय समय पर पैसा वापस देने की बारी आई तो पूरा मामला सामने आया. इन लोगों ने अपनी पत्नियों के नाम से कंपनी कोड जारी करवाया था और ग्राहकों से पैसा लेकर उन्हें उस पैसे का अच्छा रिफंड देने का भरोसा दिलाया था. लेकिन जब पैसा देने का समय आया तब पता चला कि इन तथाकथित कंपनी एजेंटों ने कंपनी में ऐसे किसी ग्राहकों का पैसा जमा नहीं कराया था. जब कंपनी के पदाधिकारी जियालाल पटेल के पास यह मामला आया, तब उन्होंने उक्त मामले की शिकायत सिहौरा थाना में दर्ज करवाई.

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पुलिस के संज्ञान में आया मामला
कंपनी के नाम पर भोले-भाले ग्राहकों का पैसा हजम करने की जांच सीहोरा थाने की पुलिस द्वारा की जा रही है. पुलिस सूत्रों की मानें तो इस मामले की जांच जारी है. कंपनी के नाम पर एजेंटों द्वारा फर्जीवाड़ा किया गया है. कंपनी प्रतिनिधि द्वारा शिकायत के आधार पर मामले की छानबीन जारी है.

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