झारखंड राज्य अपनी प्राकृतिक सुन्दरता और प्राकृतिक खजाने के लिए जाना जाता है. उसी चीज को झारखंड की राजधानी रांची की दीवारों पर दिखाने के लिए हेमंत सोरेन सरकार ने 'रमणीक रांची' नाम से एक पहल की शुरुआत की है. जिसके तहत राजधानी की गंदी, दाग-धब्बेदार सड़कों-दीवारों को अब साफ करके सुंदर-सुंदर चित्रकारी से सजाया जा रहा है. यहां पर राज्य की सांस्कृतिक विरासत को देखा जा सकता है.
झारखंड सरकार रांची को पर्यटन का केंद्र बनाना चाहती है, इसलिए राजधानी में ब्यूटीफिकेशन का काम तेजी से किया जा रहा है.
'रमणीक रांची'
रांची नगर निगम, झारखंड राज्य शहरी विकास प्राधिकरण( State Urban Development Authority of Jharkhand) के अंतर्गत 'रमणीक रांची' नाम की पहल पर काम कर रही है. जिसमें गंदी-गंदी दीवारों को शहर के आकर्षण के रूप में तैयार किया जा रहा है. जहां आकर नौजवान सेल्फी ले सकें, रांची आने वाले लोग राज्य की सांस्कृतिक विरासत को जान सकें. शहरवासी स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की प्रेरणा ले सकें.
पेंट माई सिटी कैम्पेन
रामगढ़ जिले के मुख्यालय रामगढ़ शहर में भी इसी प्रकार का एक दूसरा कैम्पेन चलाया जा रहा है, ये शहर राज्य की राजधानी रांची से 45 किमी दूर है. ये शहर कोयले की खदानों, स्टोन क्रशर और ईंट बनाने वाली चिमनियों के लिए जाना जाता है. लेकिन अब इस शहर में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए यहां की दीवारों को भी झारखंड राज्य की संस्कृति के बारे में बताने वाली चित्रकारियों से सजाया जा रहा है. ये काम PAINT MY CITY नाम के कैम्पेन के तहत किया जा रहा है.
इसके अलावा राज्य सरकार ने ये भी निर्देश दिए हैं कि रोड डिवाइडरों पर ज्यादा से ज्यादा प्लांटेशन किया जाए ताकि सड़कों पर कम से कम धूल-धक्कड़ हो. इस मामले में एनजीओ को भी लगाया गया है जिन्हें सरकार द्वारा आवश्यक संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं.
सत्यजीत कुमार