सीमा पार से फायरिंग के दौरान सुरक्षा के इंतजाम, J-K के राजौरी में बन रहे 2000 बंकर

राजौरी में नियंत्रण रेखा के पास गांवों में 2000 बंकरों के निर्माण का काम चल रहा है. नौसेरा सेक्टर के सुंदरबन, पंजग्रैन और मांजाकोट सेक्टर में बंकर निर्माण का काम चल रहा है. ये सभी इलाके नियंत्रण रेखा से सटे हुए हैं.

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सीमा पर सेना के जवान (फाइल फोटो) सीमा पर सेना के जवान (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • जम्मू,
  • 01 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 10:17 AM IST

जम्मू कश्मीर में सीमा के आस-पास बसे गांव के लोगों को अक्सर पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग की वजह से तकलीफों का सामना करना पड़ता है. पाकिस्तानी फायरिंग में सुरक्षा बलों के साथ-साथ नागरिकों को भी अपनी जान गंवानी पड़ जाती है. ग्रामीणों और सुरक्षा बलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने राजौरी जिले के सीमावर्ती इलाकों के गांवों में बड़े पैमाने पर बंकर बनाने का फैसला किया है.  

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राजौरी में नियंत्रण रेखा के पास गांवों में 2000 बंकरों के निर्माण का काम चल रहा है. नौसेरा सेक्टर के सुंदरबन, पंजग्रैन और मांजाकोट सेक्टर में बंकर निर्माण का काम चल रहा है. ये सभी इलाके नियंत्रण रेखा से सटे हुए हैं. इन बंकरों का निर्माण गांवों,  सामुदायिक केंद्रों और अस्पतालों के आसपास 120 किलोमीटर के दायरे में किया जा रहा है. ये सभी गांव नियंत्रण रेखा के आसपास स्थित हैं.

बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा था कि हम जम्मू कश्मीर की स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. सीमावर्ती क्षेत्रों में बंकरों का निर्माण पूर्व गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर किया जाएगा. हर व्यक्ति का जीवन हमारे लिए महत्वपूर्ण है.

वहीं अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी. उनके बयान में यह भी कहा गया, शांति और सामान्य स्थिति के विरोधी लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा. यह मानना सहज नहीं है कि अमित शाह का जम्मू कश्मीर का पहला दौरा आगामी अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा इंतजाम को देखने के लिए था.  

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