15 अगस्त से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा सख्त है. लाल चौक के आस-पास सन्नाटा पसरा है. कल यानी 15 अगस्त को इसी चौक पर तिरंगा फहराया जाएगा. लाल चौक पर किसी को भी पहुंचने नहीं दिया जा रहा, लेकिन एक उत्साही शख्स लखनऊ से झंडा फहराने पहुंचा पर सुरक्षाकर्मियों ने उसे वहां पहुंचने नहीं दिया. ऐसे में वह बैरिकेडिंग के पास ही तिरंगा लहराने लगा.
जिस शख्स ने तिरंगा फहराने की कोशिश की उसका नाम धर्मेंद्र है और वो पूर्व सैनिक है. उन्होंने कहा कि मैं लखनऊ से बाइक से श्रीनगर आया. मैं 14 तारीख को इस वजह से झंडा फहराना चाहता हूं क्योंकि पाकिस्तान ने कहा था कि वो 15 अगस्त को काला दिवस मनाएगा. उन्होंने कहा कि वो काला दिवस मनाए, ये तो हमारा राष्ट्र है, मैं तिरंगा लेकर आया था फहराने के लिए, लेकिन सुरक्षा कड़ी है और सुरक्षाकर्मी मना कर रहे हैं. उन्होंने इजाजत नहीं दी.
घाटी में धारा 144 लागू
ईद की नमाज के लिए कश्मीर में सुरक्षा में ढील दी गई थी, लेकिन नमाज के बाद फिर से पाबंदी लगा दी गई. पूरी घाटी में धारा-144 लागू है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं. इंटरनेट, फोन सेवा बंद है. उम्मीद की जा रही है कि शांतिपूर्वक 15 अगस्त समारोह के बीत जाने के बाद ही रियायत मिल पाएगी. यानी मोबाइल फोन, मोबाइल इंटरनेट, टीवी-केबल की सुविधा में छूट मिल सकती है.
राज्यपाल सत्यपाल मलिक की तरफ से भी लोगों को भरोसा दिया गया है कि घाटी का माहौल शांत है और किसी तरह की अप्रिय घटना की खबर नहीं है. उन्होंने कहा कि जो लोग कश्मीर को लेकर अफवाह फैला रहे हैं, वह यहां पर आकर देख सकते हैं.
अशरफ वानी