पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों की आतंक के खिलाफ जंग ने और तेजी पकड़ ली है. 22 अप्रैल 2025 को हुए इस हमले के बाद से लेकर अब तक यानी करीब 100 दिनों में भारतीय सुरक्षाबलों ने कुल 12 खूंखार आतंकियों को ढेर किया है. सूत्रों के अनुसार, मारे गए आतंकियों में 6 पाकिस्तानी आतंकवादी थे, जबकि 6 स्थानीय आतंकी थे जो घाटी में हुई बड़ी घटनाओं में शामिल थे.
इन सभी ऑपरेशनों में 28 जुलाई को चला ‘ऑपरेशन महादेव’ सबसे अहम माना जा रहा है, जिसमें श्रीनगर के डाचीगाम इलाके में पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों को मार गिराया गया. अगली सुबह ही एक और बड़ा ऑपरेशन ‘ऑपरेशन शिवशक्ति’ चलाया गया जिसमें पुंछ के पास दो और आतंकियों को सेना ने ढेर किया.
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, ये ऑपरेशन पूरे जम्मू-कश्मीर में मल्टी-एजेंसी तरीके से चलाए जा रहे हैं. एक अधिकारी ने कहा, "इन ऑपरेशनों की सटीक संख्या बताना मुश्किल है क्योंकि घाटी में हर यूनिट अपने-अपने क्षेत्र में लगातार कार्रवाई कर रही है."
पहलगाम हमले के बाद पहले ही सप्ताह में चार बड़े आतंकवाद रोधी अभियान शुरू किए गए थे, जिनमें ज्यादातर दक्षिण कश्मीर के शोपियां और पुलवामा इलाके फोकस में रहे. मई के मध्य में दो और ऑपरेशन किए गए, जिसमें आक्रामक रणनीति अपनाई गई. शोपियां के केलर जंगल में चलाए गए ऑपरेशन में तीन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मारे गए, जबकि 15 मई को त्राल के नदर इलाके में हुए ऑपरेशन में भी तीन आतंकी ढेर किए गए.
इन अभियानों की सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने आतंकवादियों को योजनाबद्ध ढंग से निशाना बनाया और घाटी में उनकी गतिविधियों पर करारी चोट की. ऑपरेशन महादेव में तो पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड को ही खत्म कर दिया गया, जबकि ऑपरेशन शिवशक्ति में भी भारी सफलता मिली.
इंटेलिजेंस एजेंसियों के अनुसार, पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 42 लॉन्च पैड सक्रिय थे, जिनमें 110 से 130 आतंकी मौजूद होने की आशंका थी. इनमें से करीब 70-75 आतंकी कश्मीर घाटी में सक्रिय थे, जबकि 60-65 आतंकी जम्मू, राजौरी और पुंछ क्षेत्रों में ऑपरेट कर रहे थे. इन आंकड़ों के मुताबिक, इनमें से करीब 115 आतंकी पाकिस्तानी नागरिक हैं, जिनमें से 6 को सुरक्षाबलों ने 100 दिनों में मार गिराया है.
इसके अलावा, भारतीय सेना द्वारा 6-7 मई के दौरान चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान में 100 से अधिक आतंकियों को भी मार गिराया गया था, जिससे आतंकियों की कमर पूरी तरह टूट गई है.
शिवानी शर्मा