हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट पर गुरुवार को हुई मतगणना के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है. इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी ने ब्रिजेंद्र सिंह ने मौजूदा सांसद और जन नायक जनता पार्टी के दुष्यंत चौटाला को हरा दिया. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार ब्रिजेंद्र सिंह ने दुष्यंत चौटाला को 3 लाख 14 हजार 068 मतों के अंतर से करारी शिकस्त दी.
कौन-कौन हैं प्रमुख उम्मीदवार
इस लोकसभा सीट से कांग्रेस के भव्य बिश्नोई सामने हैं. भारतीय जनता पार्टी ने ब्रिजेंद्र सिंह को उतारा है. इंडियन नेशनल लोक दल की ओर से सुरेश कोठ सामने हैं. इनके अलावा जननायक जनता पार्टी की ओर से दुष्यंत चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट से कुल 33 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.
2014 का चुनाव
पूरे प्रदेश में मोदी लहर के बावजूद हिसार सीट पर 2014 में भारतीय जनता पार्टी की पकड़ ढीली पड़ गई थी. इस सीट पर इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा जनहित कांग्रेस (HJC BL) के कुलदीप बिश्नोई को हराया था. 2014 में चुनाव में बीजेपी और (HJC BL) के बीच गठबंधन था. गठबंधन के अनुसार 10 में से 8 सीटों पर बीजेपी ने और कुलदीप बिश्नोई की पार्टी ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ी थी.
2014 में चौटाला को कुल 4,94,478 वोट मिले थे, जबकि बिश्नोई को 4,62,631 वोट पड़े थे. इस तरह युवा दुष्यंत चौटाला ने हिसार लोकसभा क्षेत्र से 31,847 वोट से जीत हासिल की थी. 2014 में INLD को हरियाणा में हिसार और सिरसा लोकसभा सीट से संतोष करना पड़ा था.
मौजूद वक्त में INLD में दोफाड़ हो चुका है. INLD पर अब अभय चौटाला का कब्जा है, तो दुष्यंत चौटाला से अपने पिता अजय सिंह चौटाला और भाई दिग्विजय चौटाला के साथ मिलकर जननायक जनता पार्टी (JJP) नाम से नई पार्टी खड़ी कर दी है. दरअसल, ओम प्रकाश चौटाल के परिवार में कलह के बाद दुष्यंत चौटाला को लोकदल से निकाल दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने 9 दिसंबर 2018 को जननायक जनता पार्टी बनाई. पहली बार यह पार्टी जींद विधानसभा का उपचुनाव लड़ी.
सामाजिक ताना-बाना
मौजूद वक्त में INLD में दोफाड़ हो चुका है. INLD पर अब अभय चौटाला का कब्जा है, तो दुष्यंत चौटाला से अपने पिता अजय सिंह चौटाला और भाई दिग्विजय चौटाला के साथ मिलकर जननायक जनता पार्टी (JJP) नाम से नई पार्टी खड़ी कर दी है. दरअसल, ओम प्रकाश चौटाल के परिवार में कलह के बाद दुष्यंत चौटाला को लोकदल से निकाल दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने 9 दिसंबर 2018 को जननायक जनता पार्टी बनाई. पहली बार यह पार्टी जींद विधानसभा का उपचुनाव लड़ी.
सीट का इतिहास
हिसार की सीट आज तक बीजेपी जीत नहीं पाई है. 1951 से अब तक यहां पर 7 पर कांग्रेस को कामयाबी मिली है, एक तरह से इस सीट पिछले करीब 3 दशक भजन लाल और देवी लाल के परिवार का कब्जा रहा है. पिछले तीन दशक में केवल 2004 में कांग्रेस के जय प्रकाश को यहां से जीत मिली थी.
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