पंचकूला: मनसा देवी मंदिर को खोले जाने की तैयारी पूरी, किए गए कई बड़े बदलाव

मनसा देवी मंदिर में आने के लिए ऐप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराना होगा. बुकिंग के बाद उन्हें दर्शन का समय मिलेगा और 30 सेकंड में मां के दर्शन करने के बाद लौटना होगा.

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8 जून से खुलेगा मनसा देवी सिद्ध पीठ मंदिर 8 जून से खुलेगा मनसा देवी सिद्ध पीठ मंदिर

सतेंदर चौहान

  • पंचकूला,
  • 05 जून 2020,
  • अपडेटेड 4:52 PM IST
  • तिलक, आरती, प्रसाद, घंटियां होंगी नदारद
  • ऑनलाइन करवाना पड़ेगा पूजा का रजिस्ट्रेशन

केंद्र सरकार के निर्देशों के मुताबिक ही हरियाणा के पंचकूला के मनसा देवी सिद्ध पीठ मंदिर को माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड ने 8 जून से खोलने की तैयारी कर ली है. इसे लेकर मंदिर में सैनिटाइजेशन का काम भी शुरू हो चुका है और केंद्र सरकार के तमाम प्रोटोकॉल को भी पूरी तरह से मंदिर में लागू करने की तैयारी की जा रही है.

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हालांकि, अभी केंद्र सरकार के एसओपी के आधार पर हरियाणा सरकार का नोटिफिकेशन धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए आना बाकी है. ऐसे माना जा रहा है कि हरियाणा सरकार भी केंद्र सरकार के तमाम निर्देशों के मुताबिक धार्मिक स्थलों को 8 जून से खोलने की अनुमति दे देगी. मंदिर को खोलने से पहले मंदिर के सिक्योरिटीस्टाफ को भी सोशल डिस्टेंस, थर्मल स्कैनिंग और करोना से बचाव के तरीकों को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है. 

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माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ एम एस यादव ने बताया, मनसा देवी मंदिर में आने के लिए ऐप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन होगा. बुकिंग के बाद उन्हें दर्शन का समय मिलेगा और 30 सेकंड में मां के दर्शन करने के बाद लौटना होगा. बोर्ड के अधीन आने वाले मां मनसा देवी मंदिर और काली माता मंदिर में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद दर्शन करवाए जाएंगे. 

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उन्होंने बताया, मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. परिवार के साथ आने वाले सदस्यों में भी शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जाएगा. गर्मियों के चलते कारपेटिंग की जाएगी ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो. श्रद्धालु गर्मियों में सुबह 4 बजे से 10 बजे तक ऑनलाइन बुकिंग करवा सकेंगे. आरती के समय श्रद्धालुओं को अपनी बारी के लिए इंतजार करना होगा.

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उन्होने बताया, दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद और जल भी नहीं दिया जाएगा. अभी लंगर शुरू करने के बारे में भी गाइडलाइंस का इंतजार है. बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के लिए लॉगइन आइडी दिया जाएगा और बिना रजिस्ट्रेशन आने वालों को दर्शन नहीं करवाए जाएंगे. मंदिर की घंटियां भी उतार ली गई हैं. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के हाथ पर धागा भी नहीं बांधा जाएगा और ना ही वे मूर्तियों को छू सकेंगे. पुजारियों के भी सीधे संपर्क में भी कोई श्रद्धालु नहीं आ सकेगा.

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