गुजरात: राजकोट में पाटीदार युवा क्लब के अध्यक्ष ने दी जान, सुसाइड नोट पर उठे सवाल

गुजरात के राजकोट में पाटीदार युवा क्लब के अध्यक्ष और बिल्डर महेंद्र फलदू का शव उनके दफ्तर में पाया गया. मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है.

Advertisement
महेंद्र फलदू (फाइल फोटो) महेंद्र फलदू (फाइल फोटो)

गोपी घांघर

  • राजकोट,
  • 03 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 9:55 AM IST
  • राजकोट के बिल्डर थे महेंद्र फलदू, मिला 3 पन्ने का सुसाइड नोट
  • महेंद्र फलदू के फोन से मीडिया संस्थानों को भेजा गया सुसाइड नोट

गुजरात के राजकोट के उद्योगपति और पाटीदार युवा क्लब के अध्यक्ष महेंद्र फलदू बुधवार को अपने दफ्तर में ही मृत पाए गए. महेंद्र फलदू का शव फंदे से झूलता पाया गया. कथित रूप से महेंद्र फलदू ने पहले जहर का सेवन किया और उसके बाद फांसी के फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी. मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है.

Advertisement

जानकारी के मुताबिक राजकोट के बिल्डर महेंद्र फलदू ने जहरीली दवा का सेवन करने के बाद फांसी लगा ली. सुसाइड से पहले महेंद्र फलदू ने मीडिया को एक प्रेस नोट भेजा था. महेंद्र फलदू और उनके परिवार ने अहमदाबाद जिले के बावला तालुका में “द टस्क की बीच सिटी” नामक परियोजना में एक लाख गज जमीन खरीदी थी. इस परियोजना में फलदू ने करोड़ों रुपये का निवेश किया था.

महेंद्र फलदू के सुसाइड नोट के मुताबिक 2007 में ओजोन समूह में तीन करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया था. ओजोन समूह के बिल्डर एमएम पटेल, अमित चौहान, अतुल मेहता, अहमदाबाद ओजोन ग्रुप के जयेश पटेल, दीपक पटेल, प्रणय पटेल और प्रकाश पटेल जमीन का दस्तावेज नहीं दे रहे थे. इसके अलावा मृतक फलदू ने प्रेस नोट में ये भी उल्लेख किया है कि महेंद्र पटेल झूठी शिकायत करने की धमकी दे रहा था.

Advertisement

पुलिस को महेंद्र फलदू के ऑफिस से सुसाइड नोट भी मिला है. इस सुसाइड नोट में तीन पन्ने हैं. दो पन्ने कम्प्यूटर से टाइप किए हुए हैं जबकि एक पन्ना हाथ से लिखा गया है. इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं कि सुसाइड नोट का तीसरा पन्ना किसने लिखा. दूसरी तरफ, परिवार ने सुसाइड नोट पर सवाल उठाते हुए कहा है कि चार पन्ने के सुसाइड नोट में से एक पन्ना गायब है. उसमें ऐसा क्या था जिसे किसी ने गायब कर दिया है.

परिजनों ने उठाए सवाल

परिजनों का कहना है कि क्या उस पन्ने में किसी बड़े नेता या उद्योगपति का नाम था? सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि पुलिस के मुताबिक महेंद्र फलदू ने दिन में 10 बजे से पहले सुसाइड किया होगा. मीडिया संस्थानों को फलदू के मोबाइल नंबर से ही 11 बजे सुसाइड नोट भेजा गया है. पुलिस की ओर से जांच में एफएसएल की मदद भी ली जा रही है. महेंद्र फलदू का मोबाइल फोन जांच के लिए एफएसएल को सौंप दिया गया है.

बताया जा रहा है कि महेंद्र फलदू के सुसाइड नोट में खुदकुशी के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम का जिक्र भी किया गया है. सुसाइड नोट में आत्महत्या की वजह आर्थिक तंगी बताई गई है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement