गुजरात की सबसे पुरानी और बड़ी सरकारी यूनिवर्सिटी, गुजरात यूनिवर्सिटी एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गई है. कांग्रेस, NSUI और पूर्व सिंडिकेट सदस्यों ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी ने राइफल क्लब, टेनिस एकेडमी और कन्वेंशन सेंटर जैसी करोड़ों की संपत्तियां बिना किसी टेंडर प्रक्रिया के प्राइवेट संस्थाओं को दे दिए गए हैं.
आरोप है कि राइफल क्लब (द्रोणाचार्य एकेडमी) को सिंडिकेट सदस्य आशीष अमीन को केवल कागज के सहारे सौंपा गया. वहीं, करोड़ों की लागत से बना टेनिस कोर्ट आर.एच. कपाड़िया स्पोर्ट्स एकेडमी को दिया गया, जो अपनी आय का केवल 30 प्रतिशत हिस्सा यूनिवर्सिटी को देती है. यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि कोर्ट यूनिवर्सिटी खुद चलाती है, लेकिन एकेडमी का दावा है कि वे ही इसका संचालन कर रहे हैं.
गुजरात यूनिवर्सिटी फिर लगे भ्रष्टाचार के आरोप
पूर्व सिंडिकेट सदस्य इंद्रविजय सिंह गोहिल ने कन्वेंशन सेंटर पर भी सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि पहले इसे चलाने वाली प्राइवेट एजेंसी ने तय रकम नहीं दी, जिससे यूनिवर्सिटी को नुकसान हुआ. अब 30 करोड़ रुपये का रिनोवेशन यूनिवर्सिटी खुद करा रही है, जबकि नुकसान करने वाली एजेंसी से राशि वसूल नहीं की गई.
करोड़ों की संपत्तियां बिना टेंडर के प्राइवेट संस्थाओं को दी
कांग्रेस नेता पार्थिवराज कठवाड़िया का कहना है कि 250 करोड़ से अधिक कीमत की जमीन भी बिना टेंडर 11 महीने के लिए राधे एंटरप्राइज को दी गई है. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर यह जारी रहा तो आंदोलन किया जाएगा.
अतुल तिवारी