बीजेपी नेताओं पर नरेंद्र मोदी का जादू किस हद तक सिर पर चढ़ गया है इसका एक उदाहरण पार्टी के ही एक कार्यक्रम में तब देखने को मिला जब गुजरात के कैबिनेट मंत्री ने अपने भाषण में नरेंद्र मोदी को देश की आजादी के बाद पीएम पद पर कांग्रेसियों की पहली पसंद बता डाला.
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी का जन्म ही देश की आजादी के तीन साल बाद 1950 में हुआ था और खुद प्रधानमंत्री मोदी इस बात को कई बार अपने भाषण में कह चुके हैं कि वो आजादी के बाद जन्मे देश के पहले प्रधानमंत्री हैं.
ये वाकया पोरबंदर का है जहां बीजेपी ने गुजराती नए साल के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. राज्य के कृषि मंत्री बाबू बोखरिया यहां मुख्य अतिथि थे. यहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए बाबू बोखरिया ने कहा कि 1947 में जब देश आजाद हुआ तो ज्यादातर कांग्रेसी चाहते थे कि नरेंद्र भाई मोदी प्रधानमंत्री बनें.
पटेल की जगह निकला मोदी का नाम
दरअसल बाबू बोखरिया कहना चाहते थे कि कांग्रेसी सरदार पटेल को प्रधानमंत्री देखना चाहते थे लेकिन उनके मुंह से नरेंद्र मोदी का नाम निकल गया. नरेंद्र मोदी का जन्म ही 17 सितंबर 1950 को हुआ था यानी आजादी मिलने के पूरे तीन साल एक महीने और दो दिन बाद.
गौरतलब है कि गुजरात में चुनावों का ऐलान हो चुका है और बीजेपी व कांग्रेस के बीच जबर्दस्त घमासान छिड़ा हुआ है. बीजेपी कांग्रेस पर सरदार पटेल को लेकर हमला करती रही है और उन्हें नेहरू से बड़ा बताकर गांधी परिवार को कटघरे में खड़ा करती रही है. गुजरात में 18 फीसदी पटेल वोट हैं और बीजेपी के पटेल प्रेम की एक ये भी बड़ी वजह बताई जाती है. इसी क्रम में बाबू बोखरिया भी कांग्रेस को घेरने को कोशिश में खुद ही गलती कर बैठे.
केशवानंद धर दुबे