गुजरात में मणिनगर स्वामी नारायण मंदिर के आचार्य पुरुषोत्तम प्रियादास स्वामी (पीपी स्वामी) के कोरोना से निधन के बाद गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. हालांकि इस दौरान सामाजिक दूरी के नियमों का वैसा पालन नहीं किया गया, जैसे इसके नियम बनाए गए हैं.
पीपी स्वामी की मौत कोरोना की वजह से हुई लेकिन उनका अंतिम संस्कार मंदिर के अंदर किया गया. यही नहीं, मंदिर में उनकी पालकी यात्रा भी निकाली गई. हालांकि मंदिर में सभी लोगों ने PPE किट पहन रखी थी. लेकिन अंतिम संस्कार के दौरान कोरोना के नियम टूटते नजर आए.
आचार्य पुरुषोत्तम प्रियादासजी महाराज को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रद्धांजलि अर्पित की है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि आचार्य श्री पुरुषोत्तम प्रियदासजी स्वामीश्री महाराज जी के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ. एक श्रद्धेय संत, जिन्होंने लाखों जीवन को धन्य और प्रबुद्ध किया. उनकी दिव्य शिक्षाओं और समाज के कल्याण के लिए निस्वार्थ योगदान की कोई समानता नहीं है.
अमित शाह ने कहा कि आचार्य श्री पुरुषोत्तम प्रियादासजी स्वामीजी महाराजजी का जीवन मूल्यों और बुद्धिमत्ता से परिपूर्ण था और उन्होंने इसे निस्वार्थ भाव से मानवता के लिए समर्पित किया. केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि स्वामीजी का निधन एक अपूरणीय क्षति है और वे उनकी नेक आत्मा के लिए प्रार्थना करते हैं कि शांति मिले और दुनिया भर में अपने अनुयायियों को शक्ति प्रदान करें.
आचार्य पुरुषोत्तम प्रियादासजी महाराज मणिनगर श्री स्वामीनारायण संस्थान के आध्यात्मिक गुरु थे. वे आचार्यों के वंश में पांचवें वारिस थे. वे वर्तमान में श्री स्वामीनारायण गादी के आचार्य थे. उनका निधन कोरोना के कारण हो गया. बता दें, गुजरात में कोरोना का संक्रमण तेज है और दिनों दिन इस बीमारी के मरीज बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश में कुल मरीजों का आंकड़ा 44 हजार 552 पहुंच गया है, जिसमें 2079 लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक 31 हजार 286 लोग ठीक हो चुके हैं. प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 11 हजार से अधिक है.
गोपी घांघर